गंभीर के मुताबिक इस चीज से तय होगा भारत-न्यूजीलैंड सीरीज का फैसला

भारत और न्यूजीलैंड के बीच तीन मैचों की आगामी टेस्ट सीरीज का भाग्य तय करेंगे, जिसका पहला मैच 22 सितंबर से कानपुर में शुरू होगा।

By ShivamEdited By: Publish:Thu, 15 Sep 2016 07:54 PM (IST) Updated:Thu, 15 Sep 2016 08:00 PM (IST)
गंभीर के मुताबिक इस चीज से तय होगा भारत-न्यूजीलैंड सीरीज का फैसला

राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली। भारत के पूर्व सलामी बल्लेबाज गौतम गंभीर को लगता है कि स्पिनर ही भारत और न्यूजीलैंड के बीच तीन मैचों की आगामी टेस्ट सीरीज का भाग्य तय करेंगे, जिसका पहला मैच 22 सितंबर से कानपुर में शुरू होगा। गंभीर ने साथ ही चेताया कि घरेलू टीम न्यूजीलैंड को हल्के में नहीं ले, क्योंकि दोनों ही देशों ने अपनी टीमों में अच्छे स्पिनरों को शामिल किया है और इन गेंदबाजों के सीरीज में अहम भूमिका निभाने की उम्मीद है।

उन्होंने कहा, 'भारत और न्यूजीलैंड दोनों ने अपनी टीम में अच्छे स्पिनरों को शामिल किया है और वे सीरीज में मुख्य भूमिका निभाएंगे। मेहमान टीम हमेशा से छुपी रुस्तम रही है और किसी ने भी उसे बड़ा करके नहीं आंका, लेकिन वे किसी भी परिस्थितियों में अच्छा प्रदर्शन करती है। वह अच्छी टीम है। उनके पास तीन स्पिनर मिशेल सेंटनर, ईश सोढ़ी और मार्क क्रेग है और जिस टीम के स्पिनर अच्छी गेंदबाजी करेंगे, उसी से सीरीज के नतीजे का फैसला होगा।' गंभीर ने गुरुवार को जूनियर टी-20 क्रिकेट लीग का अनावरण किया।

उन्होंने हाल में संपन्न हुई दलीप ट्रॉफी में इंडिया ब्लू की अगुआई करते हुए उसे खिताब दिलाया। इसके अलावा उन्होंने प्रत्येक पारी 80 रन के औसत से 320 रन भी बनाए। लेकिन अच्छे प्रदर्शन के बावजूद चयनकर्ताओं ने न्यूजीलैंड के खिलाफ आगामी सीरीज के लिए 15 सदस्यीय टीम चुनते हुए फिर से उनकी अनदेखी की। गंभीर ने कहा, 'ईमानदारी से कहूं तो मैं चयन के लिए नहीं खेलता। मेरा काम रन जुटाना है और मैं इसी पर अपना ध्यान लगाता हूं। आपको मैदान पर जाकर सिर्फ उन्हीं चीजों पर नियंत्रण करना चाहिए जिन पर आप नियंत्रण कर सकते हो, बाकी चयनकर्ताओं का काम है। चयनकर्ता जो भी फैसला करते हैं, वो उनकी राय होती है। मेरा काम अपनी टीम को जीत दिलाना है।'

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टेस्ट क्रिकेट में छेड़छाड़ के पक्ष में नहीं

गंभीर ने साथ ही दोहराया कि वह टेस्ट क्रिकेट में किसी भी तरह की छेड़छाड़ के पक्ष में नहीं हैं। उन्होंने कहा, 'मैं पूरी तरह से मानता हूं कि दर्शकों को आकर्षित करने के लिए हमें लाल गेंद के बजाय गुलाबी गेंद से खेलने की जरूरत नहीं है। ऐसा तब करना चाहिए जब आपको लगे कि लाल गेंद से परिणाम नहीं मिल रहे। आप टी-20 और वनडे में गुलाबी गेंद से प्रयोग कर सकते हो, इसमें कोई नुकसान नहीं है।'

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