6071 रेलवे स्टेशनों पर मुफ्त वाई-फाई की है सुविधा, जानिए रेल मंत्री ने क्या दी और जानकारी
देश भर में 6071 रेलवे स्टेशनों पर Wi-Fi सेवाएं मुहैया कराई गई हैं और वहां हर महीने करीब 97.25 टेराबाइट डेटा का उपयोग होता है। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने राज्यसभा को बताया कि इन स्टेशनों पर वाई-फाई सेवा पहले आधे घंटे के लिए आम लोगों को निशुल्क उपलब्ध है।
नई दिल्ली, पीटीआइ। देश भर में 6071 रेलवे स्टेशनों पर Wi-Fi सेवाएं मुहैया कराई गई हैं और वहां हर महीने करीब 97.25 टेराबाइट डेटा का उपयोग होता है। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने राज्यसभा को बताया कि इन स्टेशनों पर वाई-फाई सेवा पहले आधे घंटे के लिए आम लोगों को निशुल्क उपलब्ध है और उसके बाद यह भुगतान आधार पर है।
ऑनलाइन सेवाओं का फायदा मिल रहा
उन्होंने कहा कि रेलवे स्टेशनों पर वाई-फाई का प्रावधान यात्रियों को स्टेशनों पर इंटरनेट का उपयोग करने में सुविधा प्रदान करता है। यह सुविधा ऑनलाइन सेवाएं व सूचना का लाभ उठाने में लोगों की मदद कर रही है।
अलग से कोई फंड स्वीकृत नहीं
रेल मंत्री ने कहा कि इस योजना के लिए मंत्रालय द्वारा अलग से कोई फंड नहीं स्वीकृत किया गया है। ग्रामीण क्षेत्रों में 193 स्टेशनों पर वाई-फाई सेवाओं के लिए संचार विभाग द्वारा 27.22 करोड़ रुपये स्वीकृत किए गए हैं। उन्होंने बताया कि 1287 स्टेशनों पर वाई-फाई सेवाएं रेलटेल कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया द्वारा मुहैया कराई जा रही हैं। शेष स्टेशनों पर कॉरपोरेट सामाजिक दायित्व (सीएसआर) और विभिन्न कंपनियों की चैरिटी परियोजना के तहत यह सुविधा मुहैया कराई गई हैं, जिसके लिए कोई भी पूंजीगत व्यय नहीं किया जाता है।
13555 ट्रेनों का होता है रोजाना संचालन
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि देश में औसतन 13,555 रेलगाड़ियों का परिचालन होता है और इनमें 37 प्रतिशत गाड़ियां डीजल इंजनों से संचालित होती हैं। राज्यसभा में बताया कि शेष 63 प्रतिशत गाड़ियों का संचालन इलेक्ट्रिक इंजनों द्वारा किया जाता है। उनसे पूछा गया था कि क्या यह सच है कि देश में अधिकतर रेलगाड़ियां डीजल और बिजली से चल रही हैं। रेल मंत्री ने कहा, जी हां। भारतीय रेल में औसतन 13,555 गाड़ियां (मालगाड़ी और सवारी गाड़ी दोनों ) चलती हैं। इसमें से 63 प्रतिशत और 37 प्रतिशत गाड़ियां क्रमशः बिजली और डीजल इंजनों द्वारा चलती है।