एक तरफ कोरोना, दूसरी ओर साइबर अपराधी आपको ऐसे लगा रहे चूना, देखिये दिल्ली पुलिस ने क्या कहा
दिल्ली पुलिस ने कोरोनोवायरस की दहशत के बीच अपनी सुरक्षा सुनिश्चित करने के साथ-साथ साइबर अपराधियों से ठगी से बचने के लिए भी कहा है.
नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। देश में कोरोनावायरस संक्रमण के बढ़ते मामलों से लोग घबराए हुए हैं। इस खतरनाक वायरस के अब तक भारत में कुल लगभग 2,301 मामले आ चुके हैं। इस बीमारी से 157 लोग ठीक हो गए हैं या उन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है और एक मरीज को दूसरी जगह भेजा गया है। कुल 55 विदेशी भी इस बीमारी से पीड़ित हैं। अब तक 56 ने कोरोना से जान गंवाई है। ऐसे पैनिक समय में साइबर अपराधी लोगों को लगातार ठगने का काम कर रहे हैं।
दिल्ली पुलिस ने इसे देखते हुए एक एडवाइजरी जारी की है, जिसमें लोगों से कोरोनोवायरस की दहशत के बीच अपनी सुरक्षा सुनिश्चित करने के साथ-साथ साइबर अपराधियों से ठगी से बचने के लिए भी कहा गया है। भारत में कोरोनावायरस के डर का फायदा उठाने की कोशिश कर रहे सक्रिय साइबर अपराधियों के बारे में लोगों को चेतावनी देते हुए, दिल्ली पुलिस ने ट्वीट किया कि कोरोना और साइबर अपराध से सुरक्षित रहें। कोरोनोवायरस के अलावा हाल के साइबर अपराध के तरीकों में भी इजाफा हुआ है। यह भी कहा गया है कि ये साइबर अपराधी कोरोनावायरस महामारी के डर से लोगों को चूना लगाने की कोशिश कर रहे हैं।
Be safe from #Corona and Cyber Crime. Here are some of the recent Cyber Crime modus operandi related to corona virus and their prevention methods.@ANI @HMOIndia @LtGovDelhi @CPDelhi pic.twitter.com/hosZedwXYv
दिल्ली पुलिस ने पिछले कुछ दिनों में साइबर अपराधियों द्वारा उपयोग किए गए कुछ धोखाधड़ी और घोटाले की सूची साझा की। जिसमें...
1. ऑनलाइन फ्रॉड: घोटालेबाज फर्जी वेबसाइट, ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म, सोशल मीडिया अकाउंट और ईमेल बनाते हैं, वे यहां से मेडिकल प्रोडक्ट बेचने और देने का दावा करते हैं, साथी वह पीड़ितों को ऑनलाइन बैंक ट्रांसफर के जरिए भुगतान करने के लिए कहते हैं और इस तरह से अपनी ठगी का शिकार बना लेते हैं।
2. टेलीफोन फ्रॉड: जालसाज कहते हैं कि वे अस्पताल में इलाज करा रहे किसी कोरोनावायरस संक्रमित मरीज के रिश्तेदार हैं और उन्हें पैसे की जरूरत है, इस तरह वो कॉल कर लोगों से पैसे मांगते हैं।
3. फ़िशिंग: धोखाधड़ी की अगली कड़ी में ईमेल, महामारी से संबंधित लिंक अपराधियों द्वारा स्वास्थ्य अधिकारियों को दावा करके भेजे जाते हैं, जिसका उद्देश्य पीड़ितों को एक नए वेबपेज से जोड़ना होता है और वे इस तरह ईमेल पता और पासवर्ड के साथ लॉगिन करवाते हैं। स्कैमर्स तब संवेदनशील जानकारी का उपयोग करने के लिए अपनी क्रेडिट का उपयोग करते हैं और पैसे चोरी करते हैं।
इस तरह के जालसाजी को रोकने के लिए दिल्ली पुलिस ने 'क्या करें', 'क्या न करें' इसे लेकर ट्वीट किया है।
1. संदिग्ध ईमेल खोलने और सोशल मैसेजिंग ऐप, ईमेल इत्यादि पर प्रसारित असत्यापित कोरोनावायरस से संबंधित लिंक पर क्लिक करने से बचें।
2. सोशल मीडिया और बैंकिंग गतिविधियों के लिए मजबूत पासवर्ड और कई स्टेप के प्रमाणीकरण विकल्प को चुनें।
3. अपने सॉफ़्टवेयर को एंटी-वायरस सॉफ़्टवेयर सहित अपडेट रखें।
4. ऑनलाइन कैसे सुरक्षित रहा जाए इस बारे में अपने परिवार, विशेषकर बच्चों को बताएं।
5. कोरोनोवायरस रोगियों के लिए कोई भी दान करने से पहले चैरिटी फंड के बारे में मालूम करें।
6. अगर आप पीड़ित हो जाते हैं, तो आप तुरंत दिल्ली पुलिस को सतर्क करें।