ITR 2018: जान लीजिए आखिर क्यों जरूरी होता है आईटीआर फाइल करना
हर साल आईटीआर फाइल करने कई लिहाज से फायदेमंद होता है
नई दिल्ली (बिजनेस डेस्क)। आयकर रिटर्न (आईटीआर) दाखिल करना कई लिहाज से करदाताओं के लिए फायदेमंद होता है। बीते वित्त वर्ष 2017-18 के लिए आईटीआर फाइल करने की आखिरी तारीख 31 जुलाई 2018 है। हम अपनी इस खबर में आपको बता रहें हैं कि आखिरी आईटीआर फाइल करना क्यों जरूरी है।
जानिए क्यों भरना चाहिए ITR:
आयकर रिफंड: इनकम टैक्स रिटर्न फाइल करने के कई फायदे होते हैं। जानकारी के लिए बता दें कि यदि आपके नियोक्ता ने आपकी सैलरी से ज्यादा टीडीएस की कटौती कर दी है तो आप शेष राशि को रिफंड के रूप में क्लेम कर सकते हैं। आईटीआर फाइलिंग से आपको यह अतिरिक्त राशि आसानी से वापस मिल जाती है।
जुर्माने से मिलती है राहत: समय रहते आयकर रिटर्न फाइल करने से करदाता जुर्माने से बच जाते हैं। अगर आपकी सैलरी पांच लाख रुपये साल या उससे कम है और आप 31 जुलाई तक आईटीआर दाखिल नहीं करते हैं तो 1000 रुपये की पेनल्टी देनी पड़ती है। वहीं, अगर सैलरी 5 लाख या उससे ज्यादा है तो 31 जुलाई के बाद एक दिन देरी होने पर भी 5000 रुपये का जुर्माना देना पड़ता है। हालांकि इस स्थिति में करदाता को 31 दिसंबर तक रिटर्न फाइल करना होता है। अगर आप अपना आयकर एक जनवरी से 31 मार्च, 2019 तक फाइल नहीं करते हैं तो आपको 10,000 रुपये तक का जुर्माना भरना पड़ सकता है।
कार लोन या होम लोन लेने में होती है आसानी: अगर आप प्रत्येक वर्ष अपना इनकम टैक्स रिटर्न फाइल कर रहे हैं तो आपको लोन लेने आसानी रहती है। आईटीआर एक तरह से आपकी सैलरी का प्रमाण होता है। अधिकांश बैंक इसे आय प्रमाण के रूप में स्वीकार करते हैं। आमतौर पर बैंक लोन मुहैया कराने से पहले इसकी मांग करते हैं।
अचल सपंत्ति के रजिस्ट्रेशन में मिलता है लाभ: आईटीआर फाइलिंग अचल संपत्ति के रजिस्ट्रेशन के दौरान काफी फायदेमंद साबित होता है। जैसे कि अगर आप जमीन का रजिस्ट्रेशन करा रहे हैं तो यहां आपसे बीते तीन साल की आईटीआर की मांग की जाती है।
वीजा के आवेदन के लिए होता है जरूरी: जानकारी के लिए बता आईटीआर न सिर्फ लोन के लिए अप्लाई करने में फायदेमंद होता है बल्कि वीजा के लिए आवेदन करने में भी इसका फायदा मिलता है। यह वीजा की प्रोसेसिंग के लिए अहम दस्तावेज माना जाता है। कई देशों में वीजा ऑथोरिटी बीते तीन से पांच साल की आईटीआर की मांग करते हैं। इसके जरिए अधिकारी वीजा अप्लाई करने वाले की आर्थिक स्थिति की जांच भी करते हैं।