Debit और Credit Card से कैसे करें सुरक्षित लेनदेन, SBI ने साझा की 5 टिप्स

मौजूदा समय में करीब-करीब सभी लोगों के पास डेबिट कार्ड होता है और बड़ी संख्या में लोगों के पास क्रेडिट कार्ड भी होता है। ऐसे में यह जरूरी है कि लोगों को पता हो कि डेबिट कार्ड और क्रेडिट कार्ड से सुरक्षित ट्रांजैक्शन कैसे की जाए।

By Lakshya KumarEdited By: Publish:Thu, 28 Apr 2022 12:53 PM (IST) Updated:Fri, 29 Apr 2022 07:59 AM (IST)
Debit और Credit Card से कैसे करें सुरक्षित लेनदेन, SBI ने साझा की 5 टिप्स
Debit और Credit Card से कैसे करें सुरक्षित लेनदेन, SBI ने साझा की 5 टिप्स

नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। अगर लापरवाही बरती जाए या फिर इस्तेमाल करने के सही तरीकों के बारे में जानकारी न हो, तो मान कर चलिए कि आपका डेबिट या क्रेडिट कार्ड खतरे में है और आपके साथ कभी भी ठगी हो सकती है। इसलिए, हमेशा सतर्क रहना और उन तरीकों को अपनाना महत्वपूर्ण होता है, जो धोखाधड़ी के जोखिम को कम कर सकते हैं। ऐसे में वित्तीय सुरक्षा बहुत महत्वपूर्ण हो गई है।

इसीलिए, देश का शीर्ष ऋणदाता भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) ने ग्राहकों के लिए सुरक्षित लेनदेन सुनिश्चित करने के लिए व्यापक डिजिटल सुरक्षा के कुछ सुझाव दिए हैं। एसबीआई ने क्रेडिट कार्ड और डेबिट कार्ड के उपयोग को लेकर टिप्स दी हैं, जो ग्राहकों को डेबिट या क्रेडिट कार्ड से सुरक्षित लेनदेन करने में मदद करेंगी और धोखाधड़ी के जोखिम को कम करेंगी। चलिए, इनके बारे में जानते हैं।

डेबिट/क्रेडिट कार्ड सुरक्षा

एटीएम या पीओएस लेनदेन करते समय अपने सावधान रहें। पिन डालते समय कीपैड को ढक लें। लेन-देन से पहले हमेशा ई-कॉमर्स वेबसाइटों की प्रामाणिकता सत्यापित करें। ऑनलाइन बैंकिंग के माध्यम से अपने डेबिट कार्ड लेनदेन का प्रबंधन करें। घरेलू और अंतरराष्ट्रीय लेनदेन, दोनों के लिए ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म, पीओएस और एटीएम पर कार्ड लेनदेन की सीमा निर्धारित करें।

डिजिटल लेनदेन पर फोकस

भारत सरकार डिजिटल लेनदेन पर फोकस कर रही है। हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने मासिक रेडियो कार्यक्राम मन की बात में कहा था कि देश में अब 20,000 करोड़ रुपये का डिजिटल लेनदेन हो रहा है, जो सिर्फ सुविधाओं में वृद्धि नहीं कर रहे है बल्कि ईमानदारी के माहौल को भी बढ़ा रहे हैं।

पीएम मोदी ने कहा था कि छोटे ऑनलाइन भुगतान एक बड़ी डिजिटल अर्थव्यवस्था बनाने में मदद कर रहे हैं और कई नए फिनटेक स्टार्ट-अप आ रहे हैं। पीएम मोदी ने कहा, "पिछले कुछ सालों में BHIM UPI तेजी से हमारी अर्थव्यवस्था और आदतों का हिस्सा बन गया है।"

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