Financial Planning: नए वित्‍त वर्ष में कैसी हो आपकी फाइनेंशियल प्‍लानिंग, जानें एक्‍सपर्ट की राय

Jagran Dialogue की इस कड़ी में Jagran New Media के डिप्‍टी एडिटर Manish Mishra ने Optima Money Managers के सीईओ पंकज मठपाल से फाइनेंशियल प्‍लानिंग को लेकर विस्‍तार से बातचीत की और जाना कि आखिर नए वित्त वर्ष में किसी भी व्यक्ति की फाइनेंशियल प्‍लानिंग कैसी होनी चाहिए।

By Lakshya KumarEdited By: Publish:Thu, 31 Mar 2022 08:01 AM (IST) Updated:Thu, 31 Mar 2022 08:13 AM (IST)
Financial Planning: नए वित्‍त वर्ष में कैसी हो आपकी फाइनेंशियल प्‍लानिंग, जानें एक्‍सपर्ट की राय
फाइनेंशियल प्‍लानिंग को लेकर हैं कन्फ्यूज? तुरंत जानें कैसे करें

नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। चालू वित्त वर्ष खत्म होने वाला है और अब एक अप्रैल से हम नए वित्त वर्ष में कदम रखेंगे। ऐसे में हर व्यक्ति के लिए जरूरी है कि वह नए तरीके से फाइनेंशियल प्‍लानिंग करे और अपने लिए नए वित्त लक्ष्य निर्धारित करे। यह आपको आर्थिक स्थिरता और मजबूती देती है। लेकिन, फाइनेंशियल प्‍लानिंग करना कुछ लोगों को जटिल लगता है। हालांकि, फाइनेंशियल प्‍लानिंग करना जरूरी है।

अब सवाल है कि नए वित्त वर्ष के लिए फाइनेंशियल प्‍लानिंग कैसी होनी चाहिए। इसी को ध्यान में रखते हुए Jagran Dialogue की इस कड़ी में Jagran New Media के डिप्‍टी एडिटर Manish Mishra ने Optima Money Managers के सीईओ पंकज मठपाल से विस्‍तार से बातचीत की। पंकज मठपाल ने बातचीत के दौरान कई ऐसी बातें बताईं, जो किसी भी व्यक्ति के लिए बहुत काम की हो सकती हैं।

पंकज मठपाल ने बताया कि कोरोना महामारी के अनुभव को देखते हुए लोगों को अपना इमरजेंसी फंड 12 महीने के खर्च के बराबर बनाना चाहिए और उसका एक हिस्‍सा बचत खाते में रखते हुए शेष राशि लिक्विड फंड और अल्‍ट्रा शॉर्ट टर्म फंड में रख सकते हें जो बचत खाते से कहीं अधिक रिटर्न अर्जित करेगा। साथ ही, जरूरत के समय तत्‍काल उपलब्‍ध भी रहेगा।

मठपाल ने कहा कि महामारी से अनुभव मिला है कि अपने परिवार को आर्थिक रूप से सुरक्षित रखने के लिए पर्याप्‍त जीवन बीमा कवर लेते हुए चला जाए। उन्‍होंने कहा कि जीवन बीमा कवर किसी भी व्‍यक्ति की देनदारियों को जोड़ते हुए उसके सालाना खर्च का कम से कम 10 गुना होना चाहिए।

उन्होंने कहा कि इमरजेंसी फंड के तौर पर 9 महीने से 1 साल तक का पैसा आपके पास होना चाहिए लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि इतना सारा पैसा आप अपने सेविंग अकाउंट में रखें। सेविंग अकाउंट में एक से दो महीने का पैसा ही रखें। बाकी का पैसा वहां इंवेस्ट करें, जहां जोखिम कम हो और पैसा आसानी से कभी भी निकल जाए।

मठपाल ने लक्ष्‍य आधारित निवेश, पोर्टफोलियो की समीक्षा और टैक्‍स सेविंग को लेकर भी काफी अहम सुझाव दिए हैं। विस्‍तार से सारी जानकारी के लिए वीडियो देखें-

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