इमरजेंसी में पड़ जाए पैसों की जरूरत, ये 3 फंड आएंगे आपके काम

जीवन में पैसे रुपये को लेकर कभी भी दिक्कत आ सकती है। कभी ऐसा भी समय आ सकता है जब आपके ऊपर कर्ज हो और अचानक से आपकी नौकरी चली जाए।

By NiteshEdited By: Publish:Fri, 31 May 2019 01:45 PM (IST) Updated:Mon, 03 Jun 2019 04:51 PM (IST)
इमरजेंसी में पड़ जाए पैसों की जरूरत, ये 3 फंड आएंगे आपके काम
इमरजेंसी में पड़ जाए पैसों की जरूरत, ये 3 फंड आएंगे आपके काम

नई दिल्ली (बिजनेस डेस्क)। जीवन में पैसे रुपये को लेकर कभी भी दिक्कत आ सकती है। कभी ऐसा भी समय आ सकता है जब आपके ऊपर कर्ज हो और अचानक से आपकी नौकरी चली जाए। इसके अलावा आपको कभी पता भी नहीं चलता है और आप मेडिकल जैसी आपात स्थिति में फंस जाते हैं और आपकी ओर से बचाए गए सारे पैसे दांव पर लग सकते हैं। ऐसे परिस्थितियों से निपटने के लिए वित्तीय रूप से तैयार होना जरूरी है।

वित्तीय तौर पर मजबूत होने के लिए आपको सबसे पहले प्रॉपर प्लान करके चलना होगा। अक्सर बड़े लोग सलाह देते हैं कि जब पहली नौकरी शुरू करें तो उसी दिन से एक इमरजेंसी फंड तैयार करें और इसमें नियमित तौर पर अपनी बचत का कुछ हिस्सा इसमें डालें। इसके अलावा आप तीन बड़े विकल्प के बारे में भी विचार कर सकते हैं।

लाइफ इंश्योरेंस प्लान

जीवन अनिश्चित है इसके लिए आपके पास लाइफ इंश्योरेंस का प्लान होना चाहिए। बाजार में कई सारे लाइफ इंश्योरेंस प्लान मौजूद हैं। यह प्लान आपके परिवार को आपात हालात में मदद कर सकते हैं। इस प्लान से व्यक्ति के मृत्यु पर उसके परिवार के किसी भी सदस्य को एक निश्चित रकम मिल जाती है।

हेल्थ इंश्योरेंस: हेल्थ इंश्योरेंस दूसरा सबसे महत्वपूर्ण प्लान है जिसे आपको खरीदना चाहिए। यह आपकी बचत को खत्म किए बिना सबसे अच्छी चिकित्सा देखभाल सुनिश्चित करता है। यह न केवल वित्तीय सहायता प्रदान करता है, बल्कि जिसके नाम से बीमा है उस व्यक्ति के इलाज की देखभाल लागत भी देता है। स्वास्थ्य बीमा पॉलिसी की योजना बनाते समय पॉलिसी लाभ, कवरेज और प्रीमियम की तुलना करना जरूरी है। वास्तव में किसी भी बीमा योजना को चुनने से पहले यह देखना चाहिए कि आपको कितनी कवरेज जरूरत होगी।

इमरजेंसी फंड: अगर आपने होम लोन, कार लोन लिया है या आपको क्रेडिट कार्ड का बिल पेमेंट करना है तो ऐसी स्थितियों में इमरजेंसी फंड बहुत उपयोगी है। वित्तीय संकट के दौरान इस फंड का उपयोग आपके अन्य निवेशों जैसे कि फिक्स्ड डिपॉजिट (एफडी) आदि को छुए बिना किया जा सकता है। वित्तीय सलाहकार बताते हैं कि इस फंड में 9 से 10 महीने के घरेलू खर्च के बराबर राशि होनी चाहिए।

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