कंपनियों के नतीजों पर रहेगी बाजार की नजर

दुनिया की सभी उभरती अर्थव्यवस्थाओं में भारत अभी भी निवेश के लिए सबसे बेहतर जगह मानी जा रही है। हमारा भी मानना है कि अभी यही स्थिति बनी हुई है। भारत अन्य अर्थव्यवस्थाओं के मुकाबले प्रदर्शन अच्छा रहेगा। स्टॉक एक्सचेंज इस सप्ताह भी ग्लोबल बाजारों से संकेत लेंगे, क्योंकि घरेलू

By Edited By: Publish:Tue, 06 Oct 2015 08:31 AM (IST) Updated:Tue, 06 Oct 2015 09:45 AM (IST)
कंपनियों के नतीजों पर रहेगी बाजार की नजर

दुनिया की सभी उभरती अर्थव्यवस्थाओं में भारत अभी भी निवेश के लिए सबसे बेहतर जगह मानी जा रही है। हमारा भी मानना है कि अभी यही स्थिति बनी हुई है। भारत अन्य अर्थव्यवस्थाओं के मुकाबले प्रदर्शन अच्छा रहेगा। स्टॉक एक्सचेंज इस सप्ताह भी ग्लोबल बाजारों से संकेत लेंगे, क्योंकि घरेलू स्तर पर कोई बड़ा संकेतक नहीं दिख रहा है।

चूंकि कोई बड़ा आर्थिक एजेंडा बाजार के सामने नहीं है, इसलिए बाजार के खिलाड़ी अब कंपनियों के आने वाले नतीजों के अनुमानों पर चलेंगे। कंपनियों के नतीजे इस महीने के मध्य से आना शुरू होंगे। साथ ही, अब बाजार के फोकस में बिहार में होने वाले चुनावों पर भी बढ़ जाएगा। बिहार में पांच चरण में होने वाले चुनावों में पहला मतदान 12 अक्टूबर को होगा। बिहार चुनाव के नतीजे केंद्र सरकार के आर्थिक सुधार की रफ्तार को भी प्रभावित करेंगे, क्योंकि राजग सरकार को विधायी कार्य करने के लिए राज्यसभा में अपना बहुमत बढ़ाने की आवश्यकता है।

बीते सप्ताह रिजर्व बैंक ने दलाल स्ट्रीट को ब्याज दरों में पचास आधार अंक की कटौती कर चौंकाया था। रिजर्व बैंक ने अर्थव्यवस्था की जो परिस्थिति बताई है और जो लक्ष्य तय किए हैं उनसे लगता है कि निकट भविष्य में ब्याज दरों में और कटौती की संभावना नहीं है। मगर सकारात्मक बात यह है कि देश में निवेश का माहौल बनने लगा है। इसकी पहल सरकार ने खुद की है। रेलवे व रोड में सार्वजनिक खर्च बढ़ाने का एलान किया है।परियोजनाओं को जल्द से जल्द मंजूरियां देने, ईंधन की उपलब्धता सुनिश्चित कराने व सेबी की तरफ से वित्तीय दिक्कतों को सुलझाने की पहल भी शुरू हुई है।

वैसे, कुल मिलाकर बाजारों को लेकर हम सकारात्मक हैं। निवेशकों को हमारी तरफ से यही सलाह है कि बाजार में जब भी गिरावट हो उसका इस्तेमाल लंबी अवधि का पोर्टफोलियो बनाने में करें। अभी का निवेश लंबी अवधि में अच्छा रिटर्न दे सकता है।

अंतरराष्ट्रीय स्तर पर रिजर्व बैंक ऑफ ऑस्ट्रेलिया व बैंक ऑफ इंग्लैैंड सोमवार व गुरुवार को ब्याज दर को लेकर बैठक कर रहे हैं। अमेरिका में सितंबर के नॉन मैन्यूफैक्टरिंग पीएमआइ आंकड़े जारी होंगे। बुधवार को यूके ऑफिस फॉर नेशनल स्टेटिस्टिक्स अगस्त के मैन्यूफैक्र्चंरग उत्पादन के आंकड़े जारी करेगा।
संदीप पारवाल
एमडी
एसपीए
कैपिटल्स

संबंधित अन्य सामग्री पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें

chat bot
आपका साथी