LIC Jeevan Azad: क्या है एलआईसी की जीवन आजाद पॉलिसी? जानिए क्या है पात्रता और बेनिफिट्स
भीरतीय जीवन बीमा निगम (एलआईसी) ने जीवन आजाद नाम से एक नई पॉलिसी को इसी साल के शुरुआत में लॉन्च किया था। इस पॉलिसी का उद्देश्य ग्राहकों को सुरक्षा और बचत दोनों प्रदान करना है। पॉलिसीधारक के मृत्यु या जीवत दोनों स्थिति में मिलते हैं बेनिफिट्स जानिए क्या है इस योजना की पात्रता और बेनिफिट्स। पढ़िए क्या है पूरी खबर।
HighLights
- यह पॉलिसी ग्राहक को सुरक्षा और बचत दोनों का लाभ देती है।
- डेथ और मैच्योरिटी बेनिफिट का भी मिलता है लाभ।
- मृत्यु पर बीमा राशि मूल बीमा राशि का उच्चतम या वार्षिक प्रीमियम का 7 गुना है।
बिजनेस डेस्क, नई दिल्ली। देश की सबसे बड़ी बीमा कंपनी भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) ने इसी साल के जनवरी में एक नई योजना, एलआईसी जीवन आजाद (LIC Jeevan Azad) के नाम से नई पॉलिसी को लॉन्च किया था।
यह पॉलिसी को इस तरह से बनाया गया है ताकी यह ग्राहक को सुरक्षा और बचत दोनों का लाभ दे सके। इस पॉलिसी में अगर पॉलिसीधारक की मृत्यु होती है तो नॉमिनी को एलआईसी की यह पॉलिसी डेथ बेनिफिट प्रदान करेगी और यदि पॉलिसीधारक इस पॉलिसी के अंत तक जीवित रहता है तो एलआईसी उसे मैच्योरिटी बेनिफिट देगी।
क्या है इस पॉलिसी का बेनिफिट?
डेथ बेनिफिट
अगर किसी कारण से पॉलिसीधारक की मृत्यु हो जाती है तो इस पॉलिसी के मुताबिक बीमा की राशि का भुगतान नॉमिनी को किया जाएगा। मृत्यु पर बीमा राशि मूल बीमा राशि का उच्चतम या वार्षिक प्रीमियम का 7 गुना है।
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मैच्योरिटी बेनिफिट
अगर पॉलिसीधारक पॉलिसी के अंत तक जीवित रहता है तो इस प्लान के मुताबिक बीमा कंपनी उस पॉलिसी धारक को 'परिपक्वता पर बीमा राशि' का भुगतान करेगी।
टैक्स बेनिफिट
इस पॉलिसी में आपने जो प्रीमियम भरा है आप उसपर टैक्स बेनिफिट का लाभ भी उठा सकते हैं। आयकर की धारा 80C के तहत आप प्रीमियम पर टैक्स छूट का दावा कर सकते हैं। इसके अलावा मैच्योरिटी या मृत्यु पर मिलने वाली राशि पर भी आयकर की धारा 10D(D) के तहत छूट ले सकते हैं।
क्या है पात्रता?
इस पॉलिसी में निवेश करने के लिए आपकी न्यूनतम उम्र 90 दिन और अधिकतम उम्र 50 साल है। पॉलिसी की परिपक्वता कम से कम 18 साल और अधिकतम 70 साल है। एलआईसी जीवन आजाद के लिए न्यूनतम मूल बीमा राशि 2 लाख रुपये है जबकि अधिकतम 5 लाख रुपये है।ये भी पढ़ें: LIC को कम टैक्स भरना पड़ा महंगा, GST प्राधिकरण ने लगाया करीब 37 हजार रुपये का जुर्माना