Financial Advice: 'निवेश एक मैराथन है' और मैदान खुला है, अब दौड़ना ही पड़ेगा

बात सेहत की हो या निवेश की सही योजना थोड़ा जोखिम और बिना किसी भटकाव के अगर आप मैदान में उतरेंगे तो तय लक्ष्य अवश्य हासिल कर सकेंगे। फाइनेंशियल कोच विनायक सप्रे सलाह दे रहे हैं कि लंबी अवधि के निवेशक की मानसिकता लक्ष्य तक पहुंचने में मददगार होती है।

By Amit SinghEdited By: Publish:Fri, 24 Jun 2022 03:15 PM (IST) Updated:Sat, 25 Jun 2022 08:10 AM (IST)
Financial Advice: 'निवेश एक मैराथन है' और मैदान खुला है, अब दौड़ना ही पड़ेगा
Financial Advise: वेल्थ बनाने के लिए लांग टर्म निवेशक बनें सट्टेबाज नहीं। फोटो - प्रतीकात्मक

विनायक सप्रे। अब तक आप 'निवेश एक मैराथन है' जैसे विषयों से ऊब चुके होंगे, वेल्थ बनाने के लिए लांग टर्म निवेशक बनें सट्टेबाज नहीं, इक्विटी में निवेश करें, फिर भी आप फिक्स्ड डिपाजिट में निवेश करना जारी रखते हैं। चलिए आज कुछ अलग करते हैं।

संयोग से आज मैंने अपनी बहुप्रतीक्षित 10 किलोमीटर की दौड़ पूरी की और दौड़ते समय मुझे एहसास हुआ कि कैसे एक लंबी अवधि के निवेशक की मानसिकता मुझे लक्ष्य तक पहुंचने में मदद कर रही है। हालांकि मैं नियमित रूप से टहलने जाता हूं, लेकिन दौडने से मुझे हमेशा डर लगता था। मैं उन आरडी निवेशकों की तरह था जो बाजार के उतार-चढ़ाव के कारण एसआईपी करने से डरते हैं, लेकिन दिल में कहीं न कहीं मैं भी उन फिक्स्ड डिपाजिट निवेशकों की तरह 10 किलोमीटर दौडने का तमगा रखना चाहता था जो दौलत बनाना चाहते हैं, लेकिन फिक्स्ड डिपाजिट में निवेश करते रहते हैं। इस तथ्य के बावजूद कि मेरे पास कई सलाहकार हैं जो मुझे दौडऩे के लिए प्रेरित कर रहे थे, लेकिन मैं किसी अन्य निवेशक की तरह 11 महीनों से टालमटोल कर रहा था।

आज मैंने दौडने का मन बना लिया था और मैं प्लान के बारे में परिवार में किसी को बताए बिना ही बाहर निकल आया। मैं कोई चर्चा नहीं करना चाहता था। मैंने एक खेल के मैदान में दौडने का फैसला किया, हालांकि मैदान का रखरखाव ठीक नहीं है और इसकी सतह असमान है, लेकिन मैं जाने-पहचाने चेहरों से बचना चाहता था।

पहला काम मैंने किया, आकस्मिक योजना और तरलता महत्वपूर्ण हैं, मैंने खुद को हाइड्रेट करने के लिए आधा लीटर पानी की बोतल ली ताकि मुझे नल के पानी पर भरोसा न करना पड़े। मैंने अपनी दौड़ सुबह 6:49 पर शुरू की और मार्केट टाइमिंग की तरह यहां भी मेरी टाइमिंग गलत थी। 15-20 मिनट के भीतर ही कई युवा अपनी क्रिकेट किट लेकर आने लगे, जबकि मैंने सोचा था मैदान खाली मिलेगा ।

मैदान की परिधि 650 मीटर है। दौड़ शुरू हुई और मैंने पहले 650 मीटर बिना रुके ही पूरे मैदान का चक्कर लगाया। मुझे एहसास हुआ कि इस तरह से तो मैं जल्द ही थक जाऊंगा और बीच में ही हार मान लूंगा और मुझे एसेट एलोकेशन याद आया, यानी 350 मीटर दौड़ें और 300 मीटर पैदल चलें और यह क्रम दोहराएं।

चूंकि यह मेरी पहली 10 किलोमीटर की दौड़ थी, इसलिए अतिउत्साही होना स्वाभाविक था और मैंने पहले दो राउंड में तीन बार अपने फोन में गति और दूरी देखने के लिए तांकझांक की, तो मेरे भीतर के दीर्घकालिक निवेशक ने लघु अंतराल पर बार-बार प्रदर्शन की जांच न करने का सुझाव दिया, बल्कि थोड़ा अधिक समय बीत जाने पर रिव्यू करने का सुझाव दिया। इसलिए मैंने हर 20 मिनट में जांच करने का फैसला किया। इससे एसआईपी के माध्यम से नियमित निवेश की तरह चिंता किए बिना नियमित रूप से चलने में मदद मिली।

बीच-बीच में बाजार के शोर-शराबे जैसी हलचलें होती रहीं। लड़के बाल प्लीज, बाल प्लीज चिल्ला रहे थे। एक क्रिकेट उत्साही के रूप में मैं भी गेंद उठाना चाहता था, लेकिन सोचा कि इससे गलत शारीरिक मुद्रा बन सकती है या कोई चोट लग सकती है। जैसे मैं बाजार के शोर शराबे से बचता हूं, मैं इस शोर शराबे से भी बचता रहा।

अंत में, जब मैं लक्ष्य तक पहुंचने वाला था, तो मैं आखिरी चरण में चोट से बचने के लिए एक छोटे से पार्क के पास चला गया, जिस तरह से एक निवेशक को एक सुरक्षित संपत्ति वर्ग में जाना चाहिए, जब वह बनाई गई संपत्ति को संरक्षित करने के लक्ष्य के करीब पहुंच जाए। इस तरह मैं अपने 10 किलोमीटर दौड़ के लक्ष्य को प्राप्त करने में सफल हुआ।

तो मेरी कहानी से यह शिक्षा मिलती है कि अच्छे धन संचय के सबक, स्वास्थ्य के निर्माण में भी मदद कर सकते हैं, लेकिन स्वयं को सुविधायुक्त वातावरण से थोड़े कठिन वातावरण में ले जाने की आवश्यकता होती। यदि मैं आज नहीं निकलता तो फिक्स्ड डिपाजिट निवेशक जैसा बैठा रहता। जैसा कि कबीर कहते हैं-

'जिन ढूंढा तिन पाईं, गहरे पानी पैठी,

माई बैरा बूडन दारा, रहा किनारे बैठ।'

इसलिए, चाहे कोई स्वास्थ्य या धन का निर्माण करना चाहता हो, उसे गैर-आरामदायक क्षेत्र में उतरना होगा।

(प्रख्यात फाइनेंशियल कोच और दोहानामिक्स के लेखक)

chat bot
आपका साथी