Budget 2020 : वित्त मंत्री ने बजट भाषण के दौरान पढ़ीं पंडित दीनानाथ कौल और तिरुवल्लुवर की कविताएं

Union budget 2020 मोदी सरकार जम्‍मू-कश्‍मीर पर खास ध्‍यान दे रहा है इसका एक उदाहरण वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के बजट भाषण के दौरान भी देखने को मिला।

By Tilak RajEdited By: Publish:Sat, 01 Feb 2020 11:56 AM (IST) Updated:Sat, 01 Feb 2020 06:31 PM (IST)
Budget 2020 : वित्त मंत्री ने बजट भाषण के दौरान पढ़ीं पंडित दीनानाथ कौल और तिरुवल्लुवर की कविताएं
Budget 2020 : वित्त मंत्री ने बजट भाषण के दौरान पढ़ीं पंडित दीनानाथ कौल और तिरुवल्लुवर की कविताएं

नई दिल्‍ली, जेएनएन। Union budget 2020 मोदी सरकार जम्‍मू-कश्‍मीर पर खास ध्‍यान दे रहा है, इसका एक उदाहरण वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के बजट भाषण के दौरान भी देखने को मिला। वित्त मंत्री ने बजट भाषण के दौरान पढ़ी पंडित दीनानाथ कौल की कश्मीरी कविता पढ़ी, जिसे सुनकर सदन में तालियां बजने लगीं। इसके साथ ही वित्‍त मंत्री ने

Budget 2020 Roundup: सीतारमण ने पेश किया आम आदमी का बजट; टैक्स में भारी छूट, किसानों-महिलाओं के लिए ऐलान 

हमारा वतन खिलते हुए शालीमार बाग...

पंडित दीनानाथ साहित्य अकादमी अवॉर्ड विजेता हैं। वित्‍त मंत्री द्वारा पढ़ी गई कविता की पक्तियां हैं- हमारा वतन खिलते हुए शालीमार बाग जैसा, हमारा वतन डल झील में खिलते हुए कमल जैसा, नौजवानों के गर्म खून जैसा, मेरा वतन तेरा वतन हमारा वतन, दुनिया का सबसे प्यारा वतन...! पंडित दीनानाथ साहित्य अकादमी अवॉर्ड विजेता हैं।

तिरुवल्लुवर की कविता के जरिए पीएम मोदी की प्रशंसा

पंडित दीनानाथ कौल की कश्‍मीरी कविता के साथ वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने महान तमिल कवि तिरुवल्लुवर की कविता भी सुनाई। इस पर विपक्ष में खूब हंगामा हुआ। सीतारमण ने पहले कविता को तमिल में पढ़ा, इसके बाद मतलब बताते हुए उन्होंने कहा कि कवि तिरुवल्लुवर कहते हैं कि एक अच्छे देश में पांच चीजें होती हैं। पहली- वहां बीमारियां न हो, दूसरा- वहां पैसा हो, तीसरा- अच्छी फसल हो, चौथा- देश में खुशहाली हो और पांचवां वहां जगह सुरक्षित हो किसी बात का भय न हो। फिर मोदी सरकार से तुलना करते हुए उन्होंने मोदी की योजनाओं के नाम लिए और कहा कि उनसे देश खुशहाल हुआ है।

गौरतलब है कि जम्‍मू-कश्‍मीर से पिछले साल अनुच्‍छेद 370 को हटा दिया गया है। जम्‍मू-कश्‍मीर अब एक केंद्र शासित प्रदेश है। कश्‍मीर को लद्दाख से अलग कर केंद्र शासित प्रदेश बना दिया गया है। जम्‍मू-कश्‍मीर में अनुच्‍छेद 370 हटाए जाने के बाद से शांति है और किसी बड़े विरोध प्रदर्शन की खबर नहीं है। बता दें कि बजट में मोदी सरकार ने जम्मू कश्मीर और लद्दाख के लिए दिल खोल कर खर्च किया है। वित्त मंत्री ने जम्मू-कश्मीर के लिए 30,757 करोड़ रुपये प्रस्तावित किया जाता है। लद्दाख के लिए 5958 करोड़ रुपये से ज्यादा का आवंटन किया जाता है।

chat bot
आपका साथी