ईज ऑफ डुईंग बिजनेस: राष्ट्रीय रैंकिंग की नए सिरे से गणना करेगा वर्ल्ड बैंक: पॉल रोमर

पॉल रोमर की ओर से की गई इस घोषणा के बाद ईज ऑफ डुइंग बिजनस रिपोर्ट की विश्वसनीयता पर ही सवाल खड़े हो गए हैं

By Praveen DwivediEdited By: Publish:Sun, 14 Jan 2018 07:08 PM (IST) Updated:Mon, 15 Jan 2018 07:38 AM (IST)
ईज ऑफ डुईंग बिजनेस: राष्ट्रीय रैंकिंग की नए सिरे से गणना करेगा वर्ल्ड बैंक: पॉल रोमर
ईज ऑफ डुईंग बिजनेस: राष्ट्रीय रैंकिंग की नए सिरे से गणना करेगा वर्ल्ड बैंक: पॉल रोमर

नई दिल्ली (पीटीआई)। ईज ऑफ डुइंग बिजनेस के मामले में भारतीयों के लिए एक अच्छी खबर है। ईज ऑफ डुइंग बिजनेस के पैमाने पर की जाने वाली वैश्विक रैंकिंग की विश्वसनीयता पर सवाल खड़े किए जाने के बाद विश्व बैंक के मुख्य अर्थशास्त्री पॉल रोमर ने कहा है कि कारोबार में प्रतिस्पर्धा के बारे में राष्ट्रीय रैंकिंग की नए सिरे से गणना की जाएगी। यानी अब कम-से-कम चार वर्षों की रैंकिंग की नए सिरे से गणना की जाएगी।

पॉल रोमर की ओर से की गई इस घोषणा के बाद ईज ऑफ डुइंग बिजनस रिपोर्ट की विश्वसनीयता पर ही सवाल खड़े हो गए हैं। वॉल स्ट्रीट जर्नल को दिए गए इंटरव्यू में रोमर ने यह बात कही है। इतना ही नहीं इस संबंध में रोमर ने चिली से व्यक्तिगत रूप से माफी भी मांगी है। आपको बता दें कि चिली की रैंकिंग जो कि साल 2014 में 34वें स्थान पर थी वो साल 2017 में फिसलकर 57वें स्थान पर पहुंच गई। रोमर ने कहा, “मैं चिली से व्यक्तिगत रूप से माफी मांगता हूं। साथ ही किसी भी अन्य देश से माफी चाहता हूं जहां हमने गलत धारणा बना दी है।”

क्या कहा रोमर ने: रोमर ने अपने बयान में कहा कि पिछले चार साल की ईज ऑफ डुइंग बिजनस रैंकिंग की नए सिरे से गणना की जाएगी। इस कदम का भारत पर बड़ा असर पड़ेगा जो कि साल 2014 में 140 रैंक से साल 2017 में 100वें स्थान पर पहुंच गया था। इस रिपोर्ट में खामी के बारे में उन्होंने कहा, “रिपोर्ट के साथ जो समस्या है, वह मेरी गलती है क्योंकि हम चीजों को अधिक स्पष्ट नहीं कर पाए।”

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