विवाद से विश्वास स्कीम के तहत अब तक हो चुका है 97,000 करोड़ रुपये के टैक्स विवाद का निपटान
विवाद से विश्वास स्कीम को चुनने की तारीख इस महीने के अंत बढ़ा दी गई है। देश के विभिन्न अदालतों में लंबित मामलों को खत्म करने के उद्देश्य से पिछले साल बजट में विवाद से विश्वास स्कीम की घोषणा हुई थी।
नई दिल्ली, जागरण ब्यूरो। केंद्रीय वित्त मंत्रालय के मुताबिक टैक्स विवाद से जुड़े अब तक 1,25,144 मामले विवाद से विश्वास स्कीम में शामिल किए जा चुके हैं। इसके तहत अब तक 97,000 करोड़ रुपये के टैक्स विवाद का निपटान हो चुका है। टैक्स विवाद से जुड़े 5,10,491 मामले विभिन्न अदालतों में लंबित हैं और अब तक 24.5 फीसद मामलों का निपटारा किया जा चुका है।
विवाद से विश्वास स्कीम को चुनने की तारीख इस महीने के अंत बढ़ा दी गई है। देश के विभिन्न अदालतों में लंबित मामलों को खत्म करने के उद्देश्य से पिछले साल बजट में विवाद से विश्वास स्कीम की घोषणा हुई थी। लेकिन कोरोना के कारण उत्पन्न परिस्थितियों के बीच इसकी समय सीमा लगातार बढ़ानी पड़ी है।
विभाग का कहना है कि विवाद से विश्वास योजना को प्रत्यक्ष कर विवाद समाधान योजना, 2016 (डीटीडीआरएस) के मुकाबले 15 गुना बेहतर प्रतिक्रिया मिली है। समाधान की विवादित राशि के मामले में तो यह डीटीडीआरएस का 153 गुना है। वर्ष 1998 की कर विवाद समाधान योजना (केवीएस) के तहत सिर्फ कुछ हजार मामलों में महज 739 करोड़ रुपये का समाधान हो सका था।
वहीं, वर्ष 2016 की डीटीडीआर योजना ने 631 करोड़ रुपये की राशि वाले 8,600 मामलों को हल किया। सूत्रों के मुताबिक वित्त वर्ष 2021-22 के लिए इस सप्ताह सोमवार को घोषित बजट में विवाद समाधान समिति (डीआरसी) की स्थापना का प्रविधान किया गया है। यह विवाद से विश्वास योजना को आगे बढ़ाए जाने जैसा है।