ग्लोबल विकास की चिंता में डूबी दलाल स्ट्रीट

ग्लोबल आर्थिक विकास की रफ्तार को लेकर बढ़ी चिंताओं के बीच निवेशकों ने गुरुवार को शेयरों में चौतरफा बिकवाली की। इससे बंबई शेयर बाजार (बीएसई) का सेंसेक्स 34

By Rajesh NiranjanEdited By: Publish:Thu, 16 Oct 2014 10:18 AM (IST) Updated:Thu, 16 Oct 2014 07:59 PM (IST)
ग्लोबल विकास की चिंता में डूबी दलाल स्ट्रीट

मुंबई। ग्लोबल आर्थिक विकास की रफ्तार को लेकर बढ़ी चिंताओं के बीच निवेशकों ने गुरुवार को शेयरों में चौतरफा बिकवाली की। इससे बंबई शेयर बाजार (बीएसई) का सेंसेक्स 349.99 अंक यानी 1.33 फीसद लुढ़ककर दो माह के निचले स्तर पर पहुंच गया। यह संवेदी सूचकांक इस दिन 25999.34 अंक पर बंद हुआ। इसी प्रकार नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 115.80 अंक यानी 1.47 फीसद नीचे आकर 7748.20 अंक पर पहुंच गया।

अमेरिकी अर्थव्यवस्था के कमजोर आंकड़ों ने ग्लोबल विकास की रफ्तार को लेकर नए सिरे से चिंता पैदा कर दी है। इसका असर दुनिया भर के बाजारों पर पड़ा। भारतीय बाजार भी इससे अछूते नहीं रहे। अमेरिका के फेडरल रिजर्व की ओर से प्रोत्साहन वापसी को लेकर भी भारतीय बाजार सहमे हुए हैं। इसके अलावा डॉलर के मुकाबले रुपये में गिरावट का भी घरेलू बाजार की कारोबारी धारणा पर असर पड़ा।

तीस शेयरों वाला सेंसेक्स इस दिन 26260.35 अंक पर कमजोर खुला। यह ऊंचे में 26462.08 अंक तक गया। लेकिन, अंतिम कारोबारी घंटों में निवेशकों ने जमकर बिकवाली की। इनकी बिकवाली के झोंके में सेंसेक्स ने 25933.98 अंक का निचला स्तर छुआ।

बीएसई के सूचकांकों में कंज्यूमर ड्यूरेबल, पावर और मेटल खंड की कंपनियों के शेयरों को बिकवाली की सबसे ज्यादा मार पड़ी। सेंसेक्स की तीस कंपनियों में 26 के शेयर गिरे, जबकि चार में बढ़त दर्ज की गई।

रुपया सात माह के निचले स्तर पर

मुंबई : डॉलर के मुकाबले रुपया गुरुवार को सात माह के निचले स्तर पर पहुंच गया। अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में भारतीय मुद्रा 42 पैसे टूटकर 61.83 के स्तर पर बंद हुई। एक समय डॉलर के मुकाबले रुपया 61.93 के स्तर पर पहुंच गया था। घरेलू शेयर बाजारों में गिरावट के साथ आयातकों की ओर से डॉलर की मांग बढ़ना रुपये के लुढ़कने की मुख्य वजह रही।

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