Infosys के सपोर्ट से सेंसेक्स में 420 अंकों का उछाल, Nifty 122 अंकों की बढ़त के साथ हुआ बंद
BSE पर इंफोसिस के शेयर 79.45 रुपये (9.56 प्रतिशत) के उछाल के साथ 910.90 रुपये पर बंद हुए। इसके दम पर सेंसेक्स 419.87 अंक (1.16 प्रतिशत) की बढ़त लेकर 36471.68 के स्तर पर बंद हुआ।
मुंबई, एजेंसियां। आईटी सेक्टर की दिग्गज घरेलू कंपनी इन्फोसिस के शेयर में साढ़े नौ प्रतिशत से ज्यादा उछाल की दौलत गुरुवार को सेंसेक्स करीब 420 अंकों की बढ़त के साथ बंद हुआ। बावजूद इसके कि कोरोना संक्रमण के मामले निरंतर बढ़ने की वजह से दुनियाभर के अन्य शेयर बाजार बिकवाली के दबाव में रहे। BSE पर इंफोसिस के शेयर 79.45 रुपये (9.56 प्रतिशत) के उछाल के साथ 910.90 रुपये पर बंद हुए। इसके दम पर सेंसेक्स 419.87 अंक (1.16 प्रतिशत) की बढ़त लेकर 36,471.68 के स्तर पर बंद हुआ। निफ्टी 50 भी 121.75 अंक (1.15 प्रतिशत) की तेजी के साथ 10,739.95 पर बंद हुआ।
असल में वित्त वर्ष 2019--20 की पहली तिमाही के दौरान इंफोसिस का एकीकृत शुद्ध मुनाफा उम्मीद से बेहतर रहा है। अप्रैल-जून तिमाही में कंपनी का मुनाफा 12.4 प्रतिशत ब़़ढकर 4,272 करोड़ रुपये हो गया। इसका साफ असर कंपनी के शेयर के प्रदर्शन पर नजर आया। इसके अलावा महिंद्रा एंड महिंद्रा, नेस्ले इंडिया, इंडसइंड बैंक, कोटक महिंद्रा बैंक, एचसीएल टेक्नोलॉजीज और एक्सिस बैंक के शेयर भी अच्छी-खासी बढ़त के साथ बंद हुए। दूसरी तरफ टेक महिंद्रा, आईटीसी, एनटीपीसी, पावरग्रिड, टाइटन और ओएनजीसी जैसी ब्ल्यूचिप कंपनियों के शेयर गिरावट पर बंद हुए। शेयर ट्रेडरों के मुताबिक इंफोसिस की अगुवाई में आईटी कंपनियों के शेयरों ने शानदार प्रदर्शन किया।
अंतरराष्ट्रीय बाजार में बिकवाली
लेकिन चीन के बाजारों में बिकवाली और कोविड--19 के ब़़ढते मामलों की वजह से बाजार में उतार--च़़ढाव देखा गया। चीन का शंघाई कंपोजिट 4.50 प्रतिशत टूट गया। राष्ट्रीय सांख्यिकी ब्यूरो के अनुसार 2020 की दूसरी तिमाही में चीन की जीडीपी की वृद्धि दर 3.2 प्रतिशत रही है। इसके अलावा हांगकांग का हैंगसेंग, जापान का निक्केई और दक्षिण कोरिया का कॉस्पी भी गिरकर बंद हुए। उधर यूरोप के शेयर बाजार में ट्रेडिंग की शुरआत गिरावट पर हुई।
कच्चे तेल में गिरावट
कच्चे तेल के अंतरराष्ट्रीय बेंचमार्क ब्रेंट क्रूड का वायदा भाव 0.71 प्रतिशत घटकर 43.48 डॉलर प्रति बैरल रह गया। इस बीच अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपये की विनिमय दर तीन पैसे कम होकर 75.18 रुपये प्रति डॉलर रह गई।