'माय नेम इज रघुराम राजन' पर बच्चे बोले - छी डैड

आरबीआई गर्वनर रघुराम राजन ने मौद्रिक नीति की समीक्षा में ब्याज दरों की उम्मीद से बढ़कर कटौती करने के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित किया

By Shashi Bhushan KumarEdited By: Publish:Fri, 02 Oct 2015 02:40 PM (IST) Updated:Fri, 02 Oct 2015 02:40 PM (IST)
'माय नेम इज रघुराम राजन' पर बच्चे बोले - छी डैड

मुंबई। आरबीआई गर्वनर रघुराम राजन ने मौद्रिक नीति की समीक्षा में ब्याज दरों की उम्मीद से बढ़कर कटौती करने के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित किया था। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा था, 'कोई मुझे सांता क्लॉज कह रहा है और कोई हॉक। मैं इन सब पर नहीं जाता। माय नेम इज रघुराम राजन और मैं वही करता हूं जो मैं करता हूं।' अब खुलासा हुआ है कि राजन के बच्चों को उनका यह अंदाज जरा भी पसंद नहीं आया। पत्नी राधिका पुरी ने जब बेटे और बेटी को इस बारे में बताया तो उनकी प्रतिक्रिया था, 'छी डैड, आप इससे बेहतर कर सकते हैं।'

एक साक्षात्कार के दौरान खुद राजन ने यह खुलासा किया। राजनीति में जाने के सवाल पर उन्होंने कहा, सारे बड़े फैसले मेरी पत्नी लेती है और इस मामले में उसका स्पष्ट इनकार है।

...तब कहा था - मैं न सुपरमैन, न जेम्स बॉन्ड

राजन ने दिसंबर 2014 में ब्याज दरों में कटौती की मांग पर बोल्ड बयान दिया था। कहा था, 'मैं ना तो सुपरमैन हूं, ना ही जेम्स बॉन्ड, लेकिन एक ऐसा रेंजर हूं जो ब्याज दरों में कटौती और आरबीआई को कमजोर करने वाली बीमार मानसिकता से अकेला लड़ रहा हूं।' राजन का वह बयान ऐसे वक्त आया था जब दरें कम करने के लिए उन पर सरकार और इंडस्ट्री की ओर से दबाव डाला जा रहा था।

भोपाल के तमिल परिवार से है ताल्लूक राजन का जन्म 3 फरवरी 1963 को भोपाल के तमिल परिवार में हुआ था। उनके पिता आईबी में अधिकारी थे।उनकी शादी आईआईएम-अहमदाबाद की क्लासमेट राधिका पुरी हुई है। दोनों का एक बेटा और एक बेटी है।राधिका फिलहाल यूनिवर्सिटी ऑफ शिकागो लॉ स्कूल में लेक्चरर हैं।राजन क्विज के मास्टर हैं और 80 के दशक में अपने दोस्तों के साथ टीवी पर कई क्विज में हिस्सा ले चुके हैं।उन्होंने 2005 में आर्थिक मंदी की आशंका जाहिर की थी। तब काफी आलोचना हुई थी, लेकिन 2008 में उनका अंदाजा सही निकला था।बिजनेस सेक्शन की अन्य खबरों के लिए यहां क्लिक करें

chat bot
आपका साथी