रविशंकर प्रसाद बोले- फिल्में कमाई कर रहीं, मंदी जैसी कोई बात नहीं, प्रियंका गांधी ने दिया ये जवाब

हालांकि सरकार ने अर्थव्यवस्था को बूस्ट करने के लिए पिछले डेढ़ महीने में ताबड़तोड़ कई घोषणाएं की हैं।

By NiteshEdited By: Publish:Sun, 13 Oct 2019 12:58 PM (IST) Updated:Sun, 13 Oct 2019 12:58 PM (IST)
रविशंकर प्रसाद बोले- फिल्में कमाई कर रहीं, मंदी जैसी कोई बात नहीं, प्रियंका गांधी ने दिया ये जवाब
रविशंकर प्रसाद बोले- फिल्में कमाई कर रहीं, मंदी जैसी कोई बात नहीं, प्रियंका गांधी ने दिया ये जवाब

नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। देश में आर्थिक सुस्ती पर चल रही बहस के बीच केन्द्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद के एक नए बयान ने इस मसले को एक बार फिर गरमा दिया है। दरअसल, कल मुंबई में मीडिया से बात करते हुए प्रसाद ने कहा कि दो अक्टूबर को तीन फिल्मों ने 120 करोड़ रुपये की कमाई की। इससे यह पता चलता है कि अर्थव्यवस्था में मंदी जैसी कोई बात नहीं है। उन्होंने बेरोजगारी पर राष्ट्रीय नमूना सर्वेक्षण कार्यालय (एनएसएसओ) की रिपोर्ट को भी गलत बताया। रिपोर्ट में कहा गया था कि साल 2017 में बेरोजगारी की दर पिछले 45 साल में सबसे ज्यादा रही।

रविशंकर प्रसाद के बयान पर विपक्ष हमलावर हो गया है। कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने कहा, 'ये दुख की बात है कि जब देश में लाखों लोग नौकरियां खो रहे हैं, उनके पैसे पर बैंक कुंडली मारकर बैठे हैं, सरकार को जनता के दुख की फिक्र नहीं है। उन्हें फिल्मों के मुनाफे की परवाह है। मंत्री जी फिल्मी दुनिया से बाहर निकलिये। हकीकत से मुंह मत चुराइये।'

रविशंकर प्रसाद ने शनिवार को कहा था कि हमने ये कभी नहीं कहा कि हम सबको सरकारी नौकरी देंगे। उन्होंने कहा कि कुछ लोग योजनाबद्ध तरीके से इस बारे में गलत बातें फैला रहे हैं।

केन्द्रीय मंत्री ने क्या कहा था

रविशंकर प्रसाद ने कहा, दो अक्टूबर को राष्ट्रीय अवकाश के दिन तीन हिंदी फिल्मों की कमाई 120 करोड़ रुपये रही। अर्थव्यवस्था मजबूत है तभी तो केवल तीन फिल्में एक दिन में 120 करोड़ रुपये का कारोबार कर सकी हैं, एनएसएसओ की रिपोर्ट पर उन्होंने कहा, प्रसाद ने कहा, मैं आपको 10 मापदंड बता सकता हूं जहां अर्थव्यस्था ने अच्छा प्रदर्शन किया है लेकिन एनएसएसओ की रिपोर्ट में इनमें से किसी के बारे में नहीं बताया गया। इसलिए मैं इस रिपोर्ट को गलत कहता हूं।

गौरतलब है कि पिछले दिनों खबरें आई थीं जिनमें ऑटोमोबाइल सेक्टर में नौकरियां जाने से लेकर उत्पादन गिरने तक की बात थी। कई ऑटो कंपनियों ने कुछ दिनों तक अपने वहां उत्पादन बंद रखा था। ऑटो कंपनियों की ओर से आ रही सेल्स रिपोर्ट में भी गाड़ियों की बिक्री बहुत ज्यादा गिरने का जिक्र था। हाल ही में मूडीज ने देश की विकास दर को कम करके आंका है। औद्योगिक सूचकांक अगस्त माह में 1.1 फीसद नीचे आ गया जो कि पिछले सात साल के दौरान सबसे कमजोर प्रदर्शन रहा है। हालांकि, सरकार ने अर्थव्यवस्था को बूस्ट करने के लिए पिछले डेढ़ महीने में ताबड़तोड़ कई घोषणाएं की हैं।

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