बिजली उत्पादन में 22,566 मेगावॉट की रिकॉर्ड वृद्धि: ऊर्जा मंत्री
बिजली और कोयला मंत्री पीयूष गोयल ने बुधवार को कहा कि पिछले एक साल में बिजली उत्पादन में अब तक की सर्वाधिक वृद्धि के चलते देश में बिजली की कमी घटकर अब तक के रिकॉर्ड निचले स्तर 3.6 प्रतिशत पर आ गई है।
नई दिल्ली। बिजली और कोयला मंत्री पीयूष गोयल ने बुधवार को कहा कि पिछले एक साल में बिजली उत्पादन में अब तक की सर्वाधिक वृद्धि के चलते देश में बिजली की कमी घटकर अब तक के रिकॉर्ड निचले स्तर 3.6 प्रतिशत पर आ गई है।
बिजली और कोयला क्षेत्र में नरेंद्र मोदी सरकार की उपलब्धियां गिनाते हुए गोयल ने कहा कि पिछले एक साल में 22,566 मेगावॉट बिजली क्षमता जोड़ी गई है। इसके अलावा पारेषण लाइन क्षमता में अब तक की सर्वाधिक 22,100 सर्किट किलोमीटर की वृद्धि और सब-स्टेशन क्षमता में अब तक की सबसे अधिक 66,554 मेगावॉट की वृद्धि दर्ज की गई है। गोयल ने कहा कि सार्वजनिक क्षेत्र की कोल इंडिया ने रिकार्ड 3.2 करोड़ टन कोयले का उत्पादन किया और वह 2020 तक 10 करोड़ टन उत्पादन क्षमता हासिल करने की संभावना तलाश रही है।
मंत्री ने कहा कि सरकार की भावी योजनाओं में वर्ष 2022 तक अक्षय ऊर्जा क्षमता पांच गुना से अधिक बढ़ाकर 1,75,000 मेगावॉट पहुंचाना, कुल 20,000 मेगावॉट के पांच अति वृहद बिजली संयंत्र स्थापित करना, बेकार पड़े गैस आधारित संयंत्रों को बहाल कर उच्चतम मांग के दौरान बिजली की कमी दूर करना, सब-ट्रांसमिशन और वितरण में 1.09 लाख करोड़ रुपये का निवेश लाना और चालू वर्ष में एक लाख करोड़ रुपये की नई पारेषण परियोजनाओं के लिए ठेका देना शामिल हैं।
उन्होंने कहा, 'करीब 100-100 मेगावॉट के 25 सोलर पार्कों के साथ स्वच्छ ऊर्जा को प्राथमिकता दी जाएगी और 38,000 करोड़ रुपये की लागत से हरित ऊर्जा गलियारे की स्थापना की जाएगी जिससे अक्षय ऊर्जा का पारेषण किया जा सके।'