महंगाई-मानसून से फीकी रहेगी त्योहारी रौनक

बढ़ती महंगाई, घटते रोजगार और लड़खड़ाती कमाई मध्यम और निम्न आय वर्ग की कमर तोड़ चुकी है। ऊपर से मानसून भी जाने का नाम नहीं ले रहा। इन सब वजहों से इस त्योहारी सीजन की रौनक फीकी रहने की आशंका बढ़ गई है। उद्योग संगठन एसोचैम द्वारा कराए गए एक सर्वे के मुताबिक मध्यम और निम्न आय वर्ग के परिवार दीपावली के खर्च म

By Edited By: Publish:Thu, 03 Oct 2013 06:17 AM (IST) Updated:Mon, 30 Mar 2015 06:40 PM (IST)
महंगाई-मानसून से फीकी रहेगी त्योहारी रौनक

नई दिल्ली। बढ़ती महंगाई, घटते रोजगार और लड़खड़ाती कमाई मध्यम और निम्न आय वर्ग की कमर तोड़ चुकी है। ऊपर से मानसून भी जाने का नाम नहीं ले रहा। इन सब वजहों से इस त्योहारी सीजन की रौनक फीकी रहने की आशंका बढ़ गई है। उद्योग संगठन एसोचैम द्वारा कराए गए एक सर्वे के मुताबिक मध्यम और निम्न आय वर्ग के परिवार दीपावली के खर्च में लगभग 40 फीसद की कटौती करने का मन बना चुके हैं।

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सर्वे में करीब 72 फीसद परिवारों ने बताया कि वे दीपावली पर कम से कम खर्च करेंगे। मासिक वेतन का 25 फीसद से ज्यादा वे त्योहारों के दौरान खर्च नहीं करेंगे। 57 फीसद लोगों ने कहा कि वे छूट के ऑफर वाले उत्पादों की ही खरीद करेंगे। वहीं, 12 फीसद ने कहा कि वे कम तोहफे देंगे। सर्वे रिपोर्ट में कहा गया है कि ब्याज दरें कम न होने से कर्ज की मासिक किस्त पहले से ही लोगों की जेब पर चोट कर रही है। खरीद की क्षमता पहले से लचर है। एसोचैम महासचिव डीएस रावत ने बताया कि पिछली दीपावली पर सोना जहां 22 हजार रुपये प्रति दस ग्राम था। वहीं, इस बार यह 30 हजार के आसपास है।

सर्वे में 76 फीसद लोगों ने बताया कि एक साल में उनका मासिक खर्च 4,000 रुपये से बढ़कर 7,000 रुपये पर पहुंच चुका है। सर्वे में दिल्ली-एनसीआर, मुंबई, कोलकाता, चेन्नई, हैदराबाद, अहमदाबाद, पुणे, चंडीगढ़ और देहरादून के लोगों को शामिल किया गया है। त्योहारी बजट में सबसे ज्यादा कटौती दिल्ली-एनसीआर के लोगों ने की है। इसके बाद नंबर मुंबई, अहमदाबाद, कोलकाता और चेन्नई का आता है।

इस बीच, मौसम भी त्योहारी मजा किरकिरा करने में जुटा है। मौसम विभाग के मुताबिक बंगाल की खाड़ी के ऊपर बना कम दबाव एक हफ्ते और परेशान करेगा। इसके बाद ही मानसून वापस जाएगा। दिल्ली से मानसून 21 सितंबर को चले जाना चाहिए था। अब इसके 10 अक्टूबर तक जाने का अनुमान लगाया गया है। इससे दशहरे के दौरान रामलीला आदि पर असर पड़ेगा।

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