इंडियाबुल्स हाउसिंग फाइनैंस के साथ विलय की मंजूरी, तीसरे दिन लक्ष्मी विलास बैंक में अपर सर्किट

विलय के तहत लक्ष्मी विलास बैंक के मंजूर योजना के तहत बैंक के शेयरधारकों को प्रति 100 शेयर के बदले इंडियाबुल्स के 14 शेयर मिलेंगे।

By Abhishek ParasharEdited By: Publish:Mon, 08 Apr 2019 12:28 PM (IST) Updated:Tue, 09 Apr 2019 08:34 AM (IST)
इंडियाबुल्स हाउसिंग फाइनैंस के साथ विलय की मंजूरी, तीसरे दिन लक्ष्मी विलास बैंक में अपर सर्किट
इंडियाबुल्स हाउसिंग फाइनैंस के साथ विलय की मंजूरी, तीसरे दिन लक्ष्मी विलास बैंक में अपर सर्किट

नई दिल्ली (बिजनेस डेस्क)। इंडियाबुल्स हाउसिंग फाइनैंस के साथ विलय की मंजूरी के बाद लक्ष्मी विलास बैंक के शेयरों में लगातार तीसरे दिन अपर सर्किट लगा है। हफ्ते के पहले कारोबारी दिन बीएसई में लक्ष्मी विलास बैंक में करीब पांच फीसद की उछाल के साथ 97.40 रुपये पर अपर सर्किट लगा हुआ है। वहीं इंडियाबुल्स हाउसिंग फाइनैंस का शेयर बीएसई में मामूली गिरावट के साथ ट्रेड कर रहा है।

गौरतलब है कि शुक्रवार को लक्ष्मी विलास बैंक के बोर्ड ने इंडियाबुल्स हाउसिंग फाइनैंस के साथ विलय को मंजूरी दी थी। स्टॉक एक्सचेंज को दी गई जानकारी में दोनों कंपनियों ने बताया है कि विलय के तहत लक्ष्मी विलास बैंक के मंजूर योजना के तहत बैंक के शेयरधारकों को प्रति 100 शेयर के बदले इंडियाबुल्स के 14 शेयर मिलेंगे। दोनों के विलय से बनने वाले नई कंपनी में कर्मचारियों की संख्या 14,302 होगी और 2018-19 के पहले नौ महीने की अवधि में दिया गया कर्ज 1.23 लाख करोड़ रुपये होगा।

इंडियाबुल्स हाउसिंग फाइनैंस ने आरबीआई के पूर्व डिप्टी गवर्नर एस एस मुंद्रा की अध्यक्षता में रि-ऑर्गनाइजेशन कमिटी का गठन किया है, जो इस विलय की प्रक्रिया को पूरा कराने का काम करेंगे। लक्ष्मी विकास बैक ने पिछले महीने ही क्यूआईपी के जरिए 460 करोड़ रुपये जुटाए हैं।

विलय को लेकर कुछ ब्रोकरेज एजेंसियों ने नियामकीय चिंता जताई है। उनका कहना है कि इस विलय को लेकर नियामकीय मोर्चे पर कुछ सवाल उठ सकते हैं। इससे पहले बंधन बैंक के साथ गृह फाइनैंस का विलय हो चुका है, जो नॉन बैंकिंग फाइनैंशियल कंपनी है।

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