कोलकाता में संकट से जूझ रही जापानी कंपनी को 'मोदी सपोर्ट'

हल्दिया में संकट से जूझ रही जापानी कंपनी मित्सुबिशी की हालत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हस्तक्षेप से सुधर सकती है। वर्ष 1

By Test1 Test1Edited By: Publish:Sun, 26 Oct 2014 09:20 AM (IST) Updated:Sun, 26 Oct 2014 09:25 AM (IST)
कोलकाता में संकट से जूझ रही जापानी कंपनी को 'मोदी सपोर्ट'

कोलकाता। हल्दिया में संकट से जूझ रही जापानी कंपनी मित्सुबिशी की हालत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हस्तक्षेप से सुधर सकती है। वर्ष 1997 में स्थापित मित्सुबिशी केमिकल कॉरपोरेशन ने औद्योगिक एवं वित्तीय पुनरोद्धार बोर्ड (बीआइएफआर) को रिपोर्ट दी है। इस बीमार कंपनी ने दयनीय स्थिति से उबरने का सुझाव मांगा है। राज्य सरकार ने उसकी दशा सुधारने के लिए अभी तक सहयोग का हाथ नहीं बढ़ाया है।

प्रशासनिक सूत्रों के मुताबिक प्रधानमंत्री ने खुद मित्सुबिशी की स्थिति की जानकारी ली है। उन्होंने केंद्रीय जहाजरानी मंत्री नितिन गडकरी को बीमार कंपनी को संकट से उबारने का निर्देश दिया है। गडकरी ने हल्दिया पोर्ट प्राधिकरण को मित्सुबिशी को निजी जेटी का निर्माण करने की अनुमति देने को कहा है। इसके अलावा मित्सुबिशी को संकट से उबारने व पोर्ट का भविष्य तय करने के लिए लिए गडकरी ने 29 अक्टूबर को दिल्ली में बैठक बुलाई है। सूत्रों के मुताबिक मित्सुबिशी के मामले में प्रधानमंत्री के हस्तक्षेप की खास वजह है।

पिछले दिनों जापान के दौरे पर उन्हें मित्सुबिशी की दयनीय हालत के बारे में जानकारी मिली थी। कंपनी के अधिकारियों ने हल्दिया में स्थित अपनी कंपनी की समस्या से प्रधानमंत्री को अवगत कराया था। इस मुलाकात में कंपनी के अधिकारियों ने बंगाल सरकार पर किसी तरह का सहयोग नहीं करने का आरोप भी लगाया था। कंपनी की ओर से कहा गया है कि स्थानीय युवकों को कारखाने में नियुक्त करने का दबाव व वेतनमान में बदलाव की मांग से समस्या पैदा हुई है। मंदी के दौर में राज्य में प्रवेश शुल्क लागू होने से कंपनी पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ा है। मित्सुबिशी की समस्या दूर नहीं होने पर भारत में जापानी निवेश प्रभावित होने की आशंका देखते हुए प्रधानमंत्री ने हस्तक्षेप किया है।

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