थर्ड पार्टी मोटर इन्श्योरेंस का प्रीमियम बढ़ा

मुंबई। बीमा नियामक एवं विकास प्राधिकरण [आईआरडीए] ने थर्ड पार्टी मोटर इन्श्योरेंस के प्रीमियम बढ़ा दिए है।। प्रीमियम की नई दरें 1 अप्रैल से लागू होंगी। हालांकि नियामक ने प्रीमियम की रकम में उतना इजाफा नहीं किया है, जितना प्रस्तावित था। मसलन 1,000 सीसी से कम क्षमता वाली कार का थर्ड पार्टी [टीपी)] प्रीमियम

By Edited By: Publish:Fri, 28 Mar 2014 08:35 PM (IST) Updated:Fri, 28 Mar 2014 08:36 PM (IST)
थर्ड पार्टी मोटर इन्श्योरेंस का प्रीमियम बढ़ा

मुंबई। बीमा नियामक एवं विकास प्राधिकरण [आईआरडीए] ने थर्ड पार्टी मोटर इन्श्योरेंस के प्रीमियम बढ़ा दिए है।। प्रीमियम की नई दरें 1 अप्रैल से लागू होंगी।

हालांकि नियामक ने प्रीमियम की रकम में उतना इजाफा नहीं किया है, जितना प्रस्तावित था। मसलन 1,000 सीसी से कम क्षमता वाली कार का थर्ड पार्टी [टीपी)] प्रीमियम 941 रुपये से बढ़ाकर 1,129 रुपये किया गया है, जबकि इसे 2,227 रुपये किए जाने का प्रस्ताव था।

1,000--1,500 सीसी के बीच इंजन क्षमता वाली पैसेंजर कारों के लिए टीपी प्रीमियम 1,110 रुपये से बढ़ाकर 1,332 रुपये कर दिया गया है। फरवरी में इसे 1,677 रुपये करने का प्रस्ताव किया गया था।

1,500 सीसी से ज्यादा बड़े इंजन वाली कारों के लिए टीपी प्रीमियम 4,109 रुपये होगा, जो अब तक 3,424 रुपये था। इसे 4,295 रपए करने का प्रस्ताव था।

टैक्सी, ऑटो, ट्रक

टैक्सी का प्रीमियम 20 प्रतिशत और ऑटो का प्रीमियम 10 फीसदी बढ़ेगा।। 40 टन तक वजन वाले ट्रकों का प्रीमियम 1,504 रपए बढ़ाकर 16,539 रपए हो जाएगा।

दोपहिया वाहन

350 सीसी और इससे अधिक क्षमता के इंजन वाले दोपहिया वाहनों का टीपी प्रीमियम 804 रपए से बढ़ाकर 884 रुपये कर दिया गया है। मूल प्रस्ताव में इसे घटाकर 306 रुपये करने की बात कही गई थी। 150--350 सीसी इंजन वाली बाइकों के लिए टीपी प्रीमियम 420 से बढ़ाकर 462 रुपये कर दिया गया है। 75--150 सीसी इंजन वाली बाइकों के लिए प्रीमियम की यह रकम 464 रपए होगी, जो अब तक 422 रुपये थी।

-- बीमा कंपनियों की दिक्कतें

भारतीय सड़कों पर चलने वाले सभी वाहनों के लिए टीपी मोटर इन्श्योरेंस कानूनन जरूरी है। लेकिन, सामान्य बीमा कंपनियों के लिए अब तक यह घाटे वाला बिजनेस रहा है। इसकी प्रीमियम की रकम आईआरडीए तय करता है। लेकिन, हादसे बढ़ने की वजह से क्लेम की तादाद ज्यादा होती जा रही है। सूत्रों के मुताबिक सामान्य बीमा कंपनियों ने आईआरडीए से टीपी प्रीमियम 50--60 प्रतिशत बढ़ाने की मांग की थी। उनकी यह मांग नहीं मानी गई।

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