क्या है शेयर बाजार में अचानक गिरावट आने का कारण? पढ़िए एक्सपर्ट का नजरिया

सेंसेक्स 351 अंक की कमजोरी के साथ 33019 के स्तर पर और निफ्टी 116 अंक की कमजोरी के साथ 10128 के स्तर पर कारोबार कर बंद हुआ है

By Shubham ShankdharEdited By: Publish:Wed, 04 Apr 2018 03:20 PM (IST) Updated:Thu, 05 Apr 2018 10:30 AM (IST)
क्या है शेयर बाजार में अचानक गिरावट आने का कारण? पढ़िए एक्सपर्ट का नजरिया
क्या है शेयर बाजार में अचानक गिरावट आने का कारण? पढ़िए एक्सपर्ट का नजरिया

नई दिल्ली (बिजनेस डेस्क)। बुधवार के कारोबारी सत्र में बढ़त के साथ खुले शेयर बाजार अच्छी बढ़त के साथ कारोबार कर रहे थे। लेकिन 12 बजे के बाद बाजार में अचानक गिरावट गहरा गई। सेंसेक्स 351 अंक की कमजोरी के साथ 33019 के स्तर पर और निफ्टी 116 अंक की कमजोरी के साथ 10128 के स्तर पर कारोबार कर बंद हुआ है। बाजार में इस गिरावट का कारण एक्सपर्ट अमेरिका और चीन के बीच ट्रेड वार की चिंता गहराने को बता रहे हैं।

दरअसल ताजा फैसले में चीन ने अमेरिका से आयात होने वाले 106 नए उत्पादों पर इम्पोर्ट टैरिफ लगा दिया है। इसमें सोयाबीन, कार और कैमिकम जैसे प्रोडक्ट शामिल हैं। इस खबर के बाद हॉन्गकॉन्ग का इंडेक्स हैंगसैंग में 660 अंक टूट गया। वहीं इसका असर भारतीय शेयर बाजार में भी देखने को मिला। 

एस्कॉर्ट सिक्योरिटीज के हेड (रिसर्च) आसिफ इकबाल का मानना है कि निफ्टी के लिए 10000 का स्तर बेहद अहम है। इस स्तर को तोड़ने के बाद बाजार में गिरावट और गहरा सकती है। 10000 का स्तर तमाम ट्रेडर्स और निवेशकों के लिए मनोवैज्ञानिक स्तर की तरह भी कारोबार करेगा। आसिफ के मुताबिक डाओ फ्यूचर्स में भी अभी 250 अंक से ज्यादा की गिरावट देखने को मिल रही है जो यह संकेत दे रही है कि अमेरिकी बाजार में आज का सत्र भारी बिकवाली वाला हो सकता है। घरेलू स्तर पर गुरुवार को रिजर्व बैंक की ओर से क्रेडिट पॉलिसी समीक्षा की जानी है। ब्याज दरों में किसी बदलाव की उम्मीद नहीं है ऐसे में ग्लोबल मार्केट की आने वाले सत्रों में बाजार को दिशा देंगे।

कॉर्पोरेट स्कैन के हेड (रिसर्च) विवेक मित्तल का मानना है कि भारतीय शेयर बाजार में फिलहाल किसी बड़ी तेजी की संभावना नहीं बन रही। हालांकि मौजूदा स्तर से किसी बड़ी गिरावट का खतरा भी अभी विवेक नहीं देख रहे। उनका मानना है कि बाजार एक बड़े दायरे में ट्रेड करेगा। बाजार में गिरावट बढ़ने पर नीचे की तरह 9600 का स्तर अहम सपोर्ट की तरह काम करेगा। मौजूदा बाजार में लंबी अवधि के निवेशकों को चुनिंदा कंपनियों में खरीदारी करनी चाहिए। यह खरीदारी एक साथ न करके छोटे छोटे टुकड़ों में करनी चाहिए।

बाजार की गिरावट में मिडकैप और स्मॉलकैप दोनों ही 1 फीसद से ज्यादा टूट गए। वहीं सेक्टोरियल इंडेक्स में मेटल इंडेक्स 2 फीसद से ज्यादा नीचे है। ऑटो शेयरों में हल्की खरीदारी देखने को मिल रही है। शेष सभी इंडेक्स 1 फीसद से ज्यदा की गिरावट के साथ कारोबार रह हैं। इंडिया विक्स में आज 7 फीसद से ज्यादा का उछाल आया है। ऐसे में आने वाले दिनों में बाजार में उतार-चढ़ाव की आशंका को नकारा नहीं जा सकता।

दिग्गज शेयरों की बात करें तो निफ्टी में शुमार 50 में से 42 शेयर गिरावट के साथ कारोबार कर रहे हैं। टॉप लूजर में सबसे ऊपर यूपीएल, टाटा स्टील, हिंडाल्को, बजाज फिनसर्व और वेदांता का शेयर है। वहीं टाटा मोटर्स, आयशर मोटर्स, बजाज फाइनेंस, हिंदुस्तान लीवर और हीरोमोटो कॉर्प के शेयर में हल्की खरीदारी है।

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