एचडीएफसी बैंक को चौथी तिमाही में हुआ 4,799 करोड़ रुपये का मुनाफा
बैंक का कंसोलिडेटेड शुद्ध मुनाफा पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि के मुकाबले 21.4 फीसद बढ़कर 18,510 करोड़ रुपये पर पहुंच गया
नई दिल्ली (बिजनेस डेस्क)। निजी क्षेत्र के अग्रणी कर्जदाता एचडीएफसी बैंक ने मार्च में खत्म हुए पिछले वित्त वर्ष की चौथी तिमाही में 4,799.3 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा अर्जित किया है। यह पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि के मुकाबले 20.3 फीसद ज्यादा है। बैंक ने कहा कि टैक्स के मद में 2,495.3 करोड़ रुपये का प्रावधान करने के बाद चौथी तिमाही में उसका शुद्ध मुनाफा 4,799.3 करोड़ रुपये रहा।
एक बयान में बैंक ने कहा कि समीक्षाधीन अवधि में उसकी स्टैंडअलोन आय बढ़कर 25,549.7 करोड़ रुपये पर पहुंच गई, जो उससे पिछले वित्त वर्ष (2016-17) की समान अवधि में 21,560.7 करोड़ रुपये थी। बंबई स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) को दी जानकारी में बैंक ने बताया कि उसके निदेशक बोर्ड अगले एक वर्ष में डेट इंस्ट्रूमेंट्स के प्राइवेट प्लेसमेंट के जरिये 50,000 करोड़ रुपये तक जुटाने की मंजूरी प्रदान कर दी है।
जहां तक पूरे वित्त वर्ष का सवाल है, तो पिछले वित्त वर्ष (2017-18) के दौरान बैंक का कंसोलिडेटेड शुद्ध मुनाफा पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि के मुकाबले 21.4 फीसद बढ़कर 18,510 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। समीक्षाधीन अवधि में बैंक का कंसोलिडेटेड एडवांस 19.6 फीसद बढ़कर 7,00,034 करोड़ रुपये पर जा पहुंचा। उससे पिछले वित्त वर्ष के दौरान यह आंकड़ा 5,85,481 करोड़ रुपये था।
बैंक ने बीएसई को बताया कि वित्त वर्ष के आखिर में उसका सकल फंसा कर्ज (एनपीए) उसके ग्रॉस एडवांस का 1.30 फीसद रहा, जो उससे पिछले वित्त वर्ष की समाप्ति पर 1.29 फीसद था। वहीं, नेट एनपीए पिछले वित्त वर्ष की समाप्ति पर नेट एडवांस का 0.4 फीसद रहा।
वित्तीय नतीजों के अनुमोदन के अलावा बैंक के बोर्ड ने दो रुपये मूल्य वाले प्रत्येक इक्विटी शेयर के बदले 13 रुपये का लाभांश देने की घोषणा की है। वित्त वर्ष 2016-17 के दौरान बैंक ने समान इक्विटी शेयर के लिए 11 रुपये लाभांश दिया था।