फ्रांस की कार कंपनी Renault दुनियाभर में करेगी 15,000 लोगों की छंटनी, कॉस्ट कटिंग पर जोर
कंपनी ने कहा कि समूह की उत्पादन क्षमता को 2019 में 40 लाख वाहन से संशोधित कर 2024 तक 33 लाख किया जाएगा।
नई दिल्ली, पीटीआइ। फ्रांस की कार कंपनी रेनो पर कोरोना वायरस संकट का असर पड़ा है। कंपनी दुनिया भर से 15,000 लोगों को नौकरी से निकालेगी। दरअसल, कपंनी कॉस्ट कटिंग चाहती है इसके लिए वह अगले तीन साल में लागत में 2 अरब यूरो की कमी करने की योजना बना रही है। रेनो ने कहा कि फ्रांस में 4,600 नौकरियां जबकि अन्य देशों में 10,000 से अधिक रोजगार में कटौती की जाएगी।
कंपनी ने कहा कि समूह की उत्पादन क्षमता को 2019 में 40 लाख वाहन से संशोधित कर 2024 तक 33 लाख किया जाएगा। बयान में कहा गया है, वाहन उद्योग संकट के दौर से गुजर रहा है। उसके समक्ष पर्यावरण सुरक्षा के हिसाब से बदलाव की जरूरत को देखते हुए कंपनी कदम उठा रही है।'
कंपनी के निदेशक मंडल के चेयरमैन जिएन डोमनिक सेनार्ड ने कहा, 'जो बदलाव किए जा रहे हैं, वे बुनियादी हैं। इसका मकसद कंपनी को बाजार में बनाये रखना औेर उसके दीर्घकालीन विकास सुनिश्चित करना है।' इस ग्रुप के कर्मचारियों की संख्या 1,80,000 है। कंपनी ने मोरक्को और रोमानिया में क्षमता वृद्धि की योजना भी टाल दी है।
उसकी सहयोगी निसान और मित्सुबिशी बड़ी वैश्विक वाहन कंपनियां हैं लेकिन 2018 से उस समय से ही समस्या में घिरी है जब से उसके मुख्य कार्यपालक अधिकारी कार्लोस घोसन की गिरफ्तारी हुई है। रेनो को 2019 में घाटा हुआ था। रेनो में फ्रांस सरकार की सबसे बड़ी 15 फीसद हिस्सेदारी है और 5 अरब यूरो कर्ज गारंटी के लिए बातचीत कर रही है। वित्त मंत्री ब्रुनो ला मायरे ने इस सप्ताह की शुरूआत में कहा था कि समूह के समक्ष बाजार में बने रहने का जोखिम है।