लगातार जारी रहेगा आर्थिक सुधारों का सिलसिला: निर्मला सीतारमण

बैंकों में लिक्विडिटी बढ़ाने के लिए 70 हजार करोड़ रुपये का फंड इंजेक्ट किया गया है।

By NiteshEdited By: Publish:Sun, 01 Dec 2019 11:59 AM (IST) Updated:Mon, 02 Dec 2019 08:41 AM (IST)
लगातार जारी रहेगा आर्थिक सुधारों का सिलसिला: निर्मला सीतारमण
लगातार जारी रहेगा आर्थिक सुधारों का सिलसिला: निर्मला सीतारमण

नई दिल्ली, आइएएनएस। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने इकोनॉमिक सुधार जारी रहने की बात कही है। उन्होंने कहा कि पिछले कुछ समय के दौरान इकोनॉमी में ढांचागत सुधार के लिए कई बड़े प्रयास किए गए हैं। इकोनॉमिक हितों को ध्यान में रखते हुए सरकार ऐसे प्रयास जारी रखेगी। मोदी सरकार द्वारा दूसरे कार्यकाल के छह महीने पूरे करने के मौके पर वित्त मंत्री ने कहा कि सरकार ने ढांचागत सुधार को गति दी है। इस कड़ी में पिछले कुछ महीनों के दौरान मोदी सरकार ने कॉरपोरेट टैक्स में कटौती की है। घरेलू कंपनियों के मामले में कॉरपोरेट टैक्स 30 परसेंट से घटाकर 22 परसेंट कर दिया गया है।

नई कंपनियों के मामले में तो यह 15 परसेंट तक कम कर दिया गया है। इसके साथ ही सरचार्ज और सेस में भी कटौती की गई है। वित्त मंत्री का कहना था कि सरकार ने इन्सॉल्वेंसी एंड बैंक्रप्सी कोड में सुधार किया है। इस दौरान एनबीएफसी सेक्टर को संकट से उबारने के प्रयास भी किए हैं। इसके अलावा बैंकों में लिक्विडिटी बढ़ाने के लिए 70 हजार करोड़ रुपये का फंड इंजेक्ट किया गया है।

सरकार ने हाउसिंग मार्केट को गति देने के लिए स्पेशल विंडो की व्यवस्था की है। इसके लिए 25 हजार करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है। इस फंड के द्वारा रुके हुए हाउसिंग प्रोजेक्ट की मदद की जाएगी। इसके अलावा सार्वजनिक उपक्रमों के विनिवेश का फैसला लिया गया है। हाल में पांच ऐसी कंपनियों के विनिवेश की घोषणा की गई थी।

वैश्विक सुस्ती से अछूती नहीं है भारतीय इकोनॉमी: जावडेकर

केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावडेकर ने भारतीय इकोनॉमी पर वैश्विक सुस्ती का नकारात्मक प्रभाव पड़ने की बात कही है। मोदी सरकार द्वारा छह महीने पूरे करने के मौके पर जावडेकर ने कहा कि पिछले कुछ समय से पूरी दुनिया में सुस्ती देखी गई है। कुछ हद तक इससे हमारी इकोनॉमी भी प्रभावित हुई है। लेकिन हमारी सरकार ने इससे निपटने के लिए कुछ बड़े कदम उठाए हैं। जावडेकर ने कहा कि मोदी सरकार ने बैंकों के विलय जैसा बड़ा सुधारात्मक कदम उठाया है।

इसके अलावा बैंकों को 70,000 करोड़ रुपये की मदद दी गई है और पीएसयू के विनिवेश का महत्वपूर्ण फैसला लिया गया है। टैक्स सुधार का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि इकोनॉमिक गतिविधियों को गति देने के लिए कॉरपोरेट टैक्स में कटौती की है। इससे विदेशी कंपनियां भारत में अपना निवेश बढ़ाएंगी। इस दौरान उन्होंने प्रधानमंत्री के विदेशी दौरे और घरेलू मोर्चे पर मिली उपलब्धियों को गिनाया। जावडेकर ने कहा कि प्रधानमंत्री के विदेशी दौरों से विश्व में भारत की बेहतर छवि निर्माण में मदद मिली है। 

chat bot
आपका साथी