Coronavirus के चलते चीन और ताइवान से मुंह मोड़ रहे दुनिया भर के उद्यमी

भारत में चीन से छह लाख करोड़ रुपये का आयात और 1.25 लाख करोड़ रुपये का निर्यात है। शिपिंग कंपनियों ने फूड एवं प्लास्टिक से जुड़े उत्पादों की खेप लेने से मना कर दिया है।

By Pawan JayaswalEdited By: Publish:Thu, 06 Feb 2020 09:22 AM (IST) Updated:Thu, 06 Feb 2020 09:23 AM (IST)
Coronavirus के चलते चीन और ताइवान से मुंह मोड़ रहे दुनिया भर के उद्यमी
Coronavirus के चलते चीन और ताइवान से मुंह मोड़ रहे दुनिया भर के उद्यमी

लुधियाना, मुनीश शर्मा। चीन में कोरोना वायरस के प्रकोप के कारण हर कोई चिंता में है। उद्यमी चीन और ताइवान के दौरों से मुंह मोड़ने लगे हैं। वे कोई रिस्क लेना नहीं चाहते। इससे लुधियाना में इंडस्ट्री का उत्पादन प्रभावित हो सकता है। कोरोना वायरस के कारण कारोबारियों का चीन से संपर्क लगभग टूट गया है। चीन से भारत में भारी मात्र में स्टील, साइकिल, मशीनरी से जुड़े उत्पादों का आयात होता है।

लुधियाना से हर साल 1,200 से अधिक उद्यमी मशीन, पार्ट्स की खरीदारी और अन्य ऑर्डर लेने चीन जाते हैं। ऐसे में इसका असर साइकिल पार्ट्स, मशीन टूल, मशीनरी और हैंडटूल पर पड़ा है। उद्यमी वहां से अब मैटीरियल मंगवाने से भी कतरा रहे हैं।

भारत में चीन से छह लाख करोड़ रुपये का आयात और 1.25 लाख करोड़ रुपये का निर्यात है। शिपिंग कंपनियों ने फूड एवं प्लास्टिक से जुड़े उत्पादों की खेप लेने से मना कर दिया है। वहीं अन्य उत्पादों की देरी के साथ-साथ व्यापार के लिए दोनों देशों में होने वाले दौरे भी प्रभावित हो रहे हैं।

एवन साइकिल लिमिटेड के सीएमडी ओंकार सिंह पाहवा के मुताबिक हर इंडस्ट्री के पास एक महीने का स्टॉक रहता है। वैसे भी चीन में जनवरी में न्यू ईयर हॉलिडे सीजन रहता है। अगर 15 फरवरी के बाद भी कोरोना वायरस का प्रकोप रहा तो इंडस्ट्री की प्रोडक्शन कुछ उत्पादों में प्रभावित हो सकती है। इसमें साइकिल के कुछ पार्ट्स के साथ-साथ इलेक्टिक एवं ई-स्कूटर शामिल हैं।

फोपसिया के चेयरमैन बदीश जिंदल के मुताबिक चीन में फैले कोरोना वायरस के कारण उद्यमी वहां जाने से कतराने लगे हैं। कई कारखानों में तो आयात के कंटेनर लाने के लिए भी गुरेज किया जा रहा है। फैंसी साइकिलों की बिक्री भी चीन से आयात के बिना संभव नहीं है।

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