भारत-22 ETF को मिला अच्छा रिस्पॉन्स, चार गुना हुआ सब्सक्राइब
भारत ने चालू वित्त वर्ष में अबतक विनिवेश के जरिए 52500 करोड़ रुपये जुटा लिये हैं
नई दिल्ली (बिजनेस डेस्क)। भारत-22 एक्सचेंज ट्रेडिड फंड (ईटीएफ) जिसे पिछले हफ्ते जारी किया गया था, को 14,500 करोड़ रुपये के फंड प्राप्त हुए हैं। इस इश्यू को विदेशी संस्थागत निवेशकों की ओर से मजबूत भागीदारी मिली है। उनका यह रूख भारतीय बाजार में बढ़े भरोसे को दर्शाता है। यह जानकारी सोमवार को डिपार्टमेंट ऑफ इन्वेस्टमेंट एंड पब्लिक ऐसेट मैनेजमेंट के सचिव नीरज कुमार गुप्ता ने दी है। भारत की म्युचुअल फंड इंडस्ट्री की हिस्ट्री में यह सबसे ज्यादा सब्सक्रिप्शन प्राप्त करने वाला न्यू फंड ऑफर (एनएफओ) रहा है।
गुप्ता ने बताया है कि भारत-22 ईटीएफ का साइज बढ़कर 14500 करोड़ रुपये हो गया है। इसके साथ भारत ने चालू वित्त वर्ष में अबतक विनिवेश के जरिए 52500 करोड़ रुपये जुटा लिये हैं। यह एंकर इन्वेस्टर्स के लिए 14 नवंबर से एनएफओ के लिए और रिटेल निवेशकों के लिए 15 नवंबर से 17 नवंबर तक खुला था। इस दौरान इसे 4 गुना सब्सक्रिप्शन प्राप्त हुआ था। इस ईटीएफ के जरिये सरकार का इरादा 8,000 करोड़ रुपये जुटाने का था। यह ईटीएफ 22 ब्लूचिप कंपनियों का एक डायवर्सिफाइड पोर्टफोलियो था। यह सरकार के समग्र विनिवेश कार्यक्रम का एक हिस्सा रहा है।
भारत 22 में कौन कौन कंपनियां शामिल:
भारत-22 ईटीएफ में सीपीएसई, पीएसयू बैंक और एसयूयूटीआई की कंपनियां शामिल होंगी। अगर सीपीईसी की बात करें तो इसमें कंटेनर कार्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड, आईओसी, भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड, पीएफसी, कोल इंडिया, ओएनजीसी, गेल, एनर्जी इंडिया लिमिटेड, रुरल इलेक्ट्रिफिकेशन कॉरपोरेशन लिमिटेड और ऑयल इंडिया लिमिटेड शामिल हैं। वहीं भारत-22 ईटीएफ में 6 सेक्टर भी शामिल होंगे। ये आधारभूत सामग्री, ऊर्जा, वित्त, एफएमसीजी, औद्योगिक और उपभोक्ता सेवा से जुड़ी कंपनियां हैं। भारत-22 ईटीएफ में सेक्टोरल शेयर लिमिट 20 फीसदी तय की गई है, जबकि ईटीएफ में कंपनी विनिवेश पर लिमिट 15 फीसदी तय की गई है। इसमें तीन बैंक एसबीआई, बैंक ऑफ बड़ौदा और इंडियन बैंक शामिल हैं।