उत्तम गल्वा स्टील्स की प्रमोटर नहीं रही आर्सेलरमित्तल
उत्तम गल्वा स्टील्स ने अपने कर्जदाता सार्वजनिक बैंकों को एकमुश्त 51 फीसदी कर्ज कर्ज लौटाने का प्रस्ताव दिया है
नई दिल्ली (बिजनेस डेस्क)। दुनिया की सबसे बड़ी स्टील उत्पादक कंपनी आर्सेलरमित्तल अब उत्तम गल्वा स्टील्स का प्रमोटर नहीं, बल्कि निवेशक बनकर रह गई है। उत्तम गल्वा स्टील्स ने शुक्रवार को एक बयान में कहा कि उसे बंबई स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) ने आर्सेलरमित्तल नीदरलैंड्स बीवी को उसका प्रमोटर नहीं रहने संबंधी मंजूरी दे दी है।
उत्तम गल्वा स्टील्स ने अपने कर्जदाता सार्वजनिक बैंकों को एकमुश्त 51 फीसदी कर्ज कर्ज लौटाने का प्रस्ताव दिया है। अगर बैंक यह प्रस्ताव मान लेते हैं, तो उत्तम गल्वा अपनी संपत्तियों की नीलामी प्रक्रिया रोक सकेगी। इस वक्त कंपनी पर सार्वजनिक बैंकों का 5,654 करोड़ रुपये का कर्ज है।
गौरतलब है कि उत्तम गल्वा भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआइ) द्वारा दिवालियापन प्रक्रिया के लिए बैंक्रप्सी टिब्यूनल को भेजी जाने वाली कंपनियों की दूसरी सूची में शामिल है। कंपनी ने 15 मार्च को भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआइ) को पत्र लिखकर एकमुश्त भुगतान प्रक्रिया के तहत कर्ज लौटाने की पेशकश की थी।
दूसरी तरफ, पिछले दिनों एस्सार स्टील के लिए आर्सेलरमित्तल और न्यूमेटल की बोली खारिज कर दी गई थी। इसकी वजह यह थी कि संशोधित इंसॉल्वेंसी एंड बैंक्रप्सी कोड (आइबीसी) के सेक्शन 29-ए के तहत बोली लगाने वाली कंपनी का डिफॉल्टर हुए प्रमोटर से कोई संबंध नहीं होना चाहिए। ऐसे में एस्सार स्टील पर दोबारा दांव खेलने के लिए आर्सेलरमित्तल को उत्तम गल्वा स्टील्स की प्रमोटरशिप छोड़नी थी। गौरतलब है कि एस्सार स्टील पर फिलहाल बैंकों का 45,000 करोड़ रुपये का कर्ज है।