Coronavirus के चलते Apple को सताया राजस्व आय कम रहने का डर, चीन में प्रोडक्शन और बिक्री दोनों पर पड़ा असर

Apple चीन में अधिकांश iPhone और दूसरे उत्पाद बनाता है। चीन में प्रोडक्शन के अस्थाई रूप से रुकने और रिटेल स्टोर्स के बंद रहने से कंपनी को काफी नुकसान हो रहा है।

By Pawan JayaswalEdited By: Publish:Tue, 18 Feb 2020 09:26 AM (IST) Updated:Tue, 18 Feb 2020 11:41 AM (IST)
Coronavirus के चलते Apple को सताया राजस्व आय कम रहने का डर, चीन में प्रोडक्शन और बिक्री दोनों पर पड़ा असर
Coronavirus के चलते Apple को सताया राजस्व आय कम रहने का डर, चीन में प्रोडक्शन और बिक्री दोनों पर पड़ा असर

नई दिल्ली, एजेंसी। चीन में फैले कोरोना वायरस का प्रभाव केवल चीन ही नहीं, बल्कि पूरी वैश्विक अर्थव्यवस्था पर पड़ रहा है। इस वायरस के चलते चीन में मैन्यूफैक्चरिंग और आयात-निर्यात ठप पड़ गया है। चीन के कई शहरों में फैक्ट्रियों पर लंबे समय से ताले पड़े हुए हैं। इसका असर चीन से अपनी कारोबारी जरूरतें पूरी करने वाली कंपनियों पर भी पड़ रहा है। इस बीच आईफोन निर्माता ऐपल (Apple) ने अपनी दूसरी तिमाही की राजस्व आय को लेकर चेताया है। कंपनी का कहना है कि कोरोना वायरस से उत्पन्न हुए खतरे के चलते उसकी राजस्व आय अनुमान से कम रह सकती है।

कंपनी का कहना है कि कोरोना वायरस के चलते चीन में कमजोर मांग और उत्पादन में देरी से राजस्व आय में कमी हो सकती है। कंपनी ने सोमवार को कहा कि उसका अनुमान है कि उसकी दूसरी वित्तीय तिमाही में शुद्द बिक्री 63 बिलियन डॉलर से 67 बिलियन डॉलर के बीच रहने का अनुमान है। हालांकि, कंपनी ने  उसकी दूसरी तिमाही के लिए राजस्व का नया अनुमान जारी नहीं किया।

ऐपल चीन में अधिकांश आईफोन्स और दूसरे उत्पाद बनाता है। चीन में प्रोडक्शन के अस्थाई रूप से रुकने और रिटेल स्टोर्स के बंद रहने से कंपनी को काफी नुकसान हो रहा है। हालांकि, पिछले सप्ताह चीन में कुछ ऐपल रिटेल स्टोर्स दोबारा खुल गए हैं। आंकड़ों के अनुसार, कोरोना वायरस के चलते चीन में अब तक 1,770 लोगों की मौत हो चुकी है, और करीब 70,500 लोग इसकी चपेट में हैं।

भारतीय उद्योग पर भी अब इस वायरस का असर मंडराने लगा है। औद्योगिक क्षेत्रों को आशंका है कि अगर चीन से जल्द कच्चे माल की सप्लाई सुचारू नहीं हुई, तो यहां कच्चे माल की कमी हो जाएगी। इससे उद्योगों पर विपरीत प्रभाव पड़ेगा। चीन में कोरोना वायरस के चलते बंद औद्योगिक इकाइयों को 25 फरवरी से खोलने की बात कही जा रही है, अगर ऐसा नहीं हुआ, तो भारत में भी विभिन्न उद्योंगों पर असर पड़ सकता है।

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