5G से नहीं है Air India के विमानों को कोई खतरा, फिर से शुरू होंगी उड़ानें

उत्तरी अमेरिका में 5जी इंटरनेट सेवा शुरू किए जाने के कारण एयर इंडिया ने भारत-अमेरिका मार्गों पर 8 उड़ानें रद्द कर दी थीं। आशंका थी कि नई 5जी सेवा से विमानों की नौवहन प्रणाली प्रभावित हो सकती है।

By Ashish DeepEdited By: Publish:Fri, 21 Jan 2022 09:05 AM (IST) Updated:Fri, 21 Jan 2022 09:05 AM (IST)
5G से नहीं है Air India के विमानों को कोई खतरा, फिर से शुरू होंगी उड़ानें
अब Airline ने कहा है कि वह 21 जनवरी से उड़ानें शुरू कर रही है। (Pti)

नई दिल्‍ली, पीटीआइ। Air India की बड़ी उलझन सुलझ गई है। क्‍योंकि ऐसा कहा गया है कि भारत में प्रस्तावित 5जी सेवाएं स्पेक्ट्रम बैंड में होंगी और इसमें पर्याप्त सुरक्षा उपाय होंगे। इससे असैन्य विमानों के एल्टिमीटर में कोई हस्तक्षेप नहीं होगा। यह बात आईटीयू एपीटी फाउंडेशन ऑफ इंडिया की ओर से आई है। एल्टिमीटर विमानों के लिये एक महत्वपूर्ण ‘नैविगेशन’ उपकरण है। यह समुद्री स्तर से ऊंचाई को मापता है। बता दें कि उत्तरी अमेरिका में 5जी इंटरनेट सेवा शुरू किए जाने के कारण एयर इंडिया ने भारत-अमेरिका मार्गों पर 8 उड़ानें रद्द कर दी थीं। आशंका थी कि नई 5जी सेवा से विमानों की नौवहन प्रणाली प्रभावित हो सकती है। अब Airline ने कहा है कि वह 21 जनवरी से उड़ानें शुरू कर रही है।

Air India के अलावा कई विमानन कंपनियों ने 5जी सेवाओं के क्रियान्वयन के कारण अमेरिका की अपनी उड़ानों को रद्द कर दिया है। उनका कहना है कि 5जी सिग्नल उनके सुरक्षा उपकरण ‘एल्टिमीटर’ में हस्तक्षेप कर सकता है। जबकि पायलट उड़ान भरने और ऊंचाई को मापने में इसका इस्‍तेमाल करते हैं।

आईटीयू-एपीटी (इंटरनेश्नल टेलीकम्युनिकेशंस यूनियन-एशिया पैसेफिक टेलीकम्युनिटी) फाउंडेश्न के अध्यक्ष भरत भाटिया ने कहा कि भारत में 5जी सेवाओं के क्रियान्वयन से विमानों को कोई जोखिम नहीं है क्योंकि हम केवल 3300-3670 मेगाहर्ट्ज आवंटित कर रहे हैं। यह एल्टिमीटर स्पेक्ट्रम से 500 मेगाहर्ट्ज से अधिक नीचे है। अत: 5जी के लिये सीबैंड फ्रीक्वेंसी की जो नीलामी होनी है, वह पूरी तरह से सुरक्षित है और इससे विमानन रडार एल्टिमीटर को कोई जोखिम नहीं है।

भारत के आईटीयू-एपीटी फाउंडेशन को संयुक्त राष्ट्र निकाय इंटरनेशनल टेलीकम्युनिकेशंस यूनियन से मान्यता प्राप्त है। यह स्पेक्ट्रम से संबंधित मुद्दों पर काम करता है। बता दें कि अमेरिकी विमानन संघीय विमानन प्रशासन (एफएए) ने 14 जनवरी को कहा था कि विमान के रेडियो एल्टिमीटर पर 5जी के प्रभाव से इंजन और ब्रेकिंग प्रणाली रुक सकती है, जिससे विमान को रनवे पर रोकने में दिक्कत आ सकती है।

नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) प्रमुख अरुण कुमार ने कहा था कि भारतीय विमानन नियामक अमेरिका में 5जी इंटरनेट सेवा के कारण पैदा स्थिति से उबरने के लिए हमारी विमानन कंपनियों के साथ काम कर रहा है। कुल तीन विमान सेवाएं अमेरिकन एयरलाइंस, डेल्टा एयरलाइंस और एयर इंडिया वर्तमान में भारत और अमेरिका के बीच सीधी उड़ानें संचालित करती हैं।

अमेरिकन एयरलाइंस और डेल्टा एयरलाइंस ने इस मामले में सवालों का जवाब नहीं दिया। एयर इंडिया ने ट्वीट कर कहा कि वह अमेरिका में 5जी संचार सेवा शुरू होने के कारण भारत-अमेरिका के बीच आठ उड़ानें संचालित नहीं करेगी। एयर इंडिया की इन आठ उड़ानों में दिल्ली-न्यूयॉर्क, न्यूयॉर्क-दिल्ली, दिल्ली-शिकॉगो, शिकॉगो-दिल्ली, दिल्ली-सैन फ्रांसिस्को, सैन फ्रांसिस्को-दिल्ली, दिल्ली-नेवार्क और नेवार्क-दिल्ली शामिल हैं।

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