हर घर दिखा तिरंगा, देशभक्ति व प्रेम का जज्बा

बगहा। आजादी की 75वीं वर्षगांठ के अवसर पर आयोजित देशव्यापी कार्यक्रम स्वतंत्रता का अमृत महोत्सव मनाने के लिए पुलिस व प्रशासन की ओर से भव्य तैयारी की गई है। नगर से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों के तमाम छोटे-बड़े स्कूलों प्राइवेट संस्थानों में रविवार को तिरंगा लगाया गया।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 15 Aug 2022 12:14 AM (IST) Updated:Mon, 15 Aug 2022 12:14 AM (IST)
हर घर दिखा तिरंगा, देशभक्ति व प्रेम का जज्बा
हर घर दिखा तिरंगा, देशभक्ति व प्रेम का जज्बा

बगहा। आजादी की 75वीं वर्षगांठ के अवसर पर आयोजित देशव्यापी कार्यक्रम स्वतंत्रता का अमृत महोत्सव मनाने के लिए पुलिस व प्रशासन की ओर से भव्य तैयारी की गई है। नगर से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों के तमाम छोटे-बड़े स्कूलों, प्राइवेट संस्थानों में रविवार को तिरंगा लगाया गया।

हर संस्था ने अपनी क्षमता अनुसार तिरंगे का वितरण किया। इसमें सबसे अहम भागीदारी एसएसबी की रही। एसएसबी करीब एक माह से प्रतिदिन कार्यक्रमों के माध्यम से जनमानस को जागरूक कर रही थी। शहर से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों में झंडा के महत्व व इसके रखरखाव को लेकर जागरूकता अभियान चलाया गया। साथ ही हर व्यक्ति से 13 से 15 अगस्त तक हर घर तिरंगा लगाने की अपील की गई। साइकिल रैली के माध्यम से भी रैली कर जागरूकता चलाया गया। इसके तहत रविवार को सुबह अनुमंडल मैदान से बगहा एक स्थित डीएम एकेडमी तक कमांडेंट, उपकमांडेंट, सहायक कमांडेंट स्तर के पदाधिकारियों व जवानों के साथ सरकारी व गैर सरकारी विद्यालयों के सैकड़ों छात्र-छात्राओं के साथ सात किलोमीटर लंबी पैदल रैली निकाल कर हर घर तिरंगा को लेकर लोगों को जागरूक किया गया। रास्ते में मिलने वाले हर वाहन चालक, साइकिल व मोटरसाइकिल चालक, पैदल राहगीर व दुकानदारों के साथ सड़क किनारे बसे लोगों के बीच झंडा वितरण किया गया। सात किलोमीटर की दूरी में करीब पांच हजार झंडों का वितरण किया गया। वहीं रैली में प्रोजेक्ट कन्या उच्च विद्यालय सहित सनफ्लावर चिल्ड्रेंस एकेडमी व ऑक्सफोर्ड पब्लिक स्कूल के छात्र-छात्राओं ने भाग लिया। रैली के दौरान सड़क किनारे उपस्थित लोगों ने स्वागत करते हुए झंडे को स्वीकार करते हुए अपने घरों पर लगाने का आश्वासन दिया। वहीं झंडा पाने व देशभक्ति गीत सुनने के बाद लोग झूमते व थिरकते नजर आए।

रैली के डीएम एकेडमी पहुंचते ही सेवानिवृत्त पूर्व सैनिक हृदयानंद दुबे के द्वारा फूलमाला के साथ स्वागत किया गया। साथ ही स्कूली छात्राओं ने रैली में शामिल लोगों को चंदन लगाया। कमांडेंट पंकज डंगवाल ने उपस्थित जन समूह व छात्राओं को संबोधित करते हुए तिरंगा के महत्व पर विस्तार से प्रकाश डाला व झंडा संहिता के संबंध में बताया। डीएम एकेडमी की ऐतिहासिक व्याख्या करते हुए उन्होंने कहा कि यह सौभाग्य की बात है कि जिस विद्यालय में राष्ट्रपिता के द्वारा इसी स्वतंत्रता आंदोलन के समय रात्रि विश्राम किया गया, आज उसी विद्यालय में हम आजादी के अमृत महोत्सव के अवसर पर उपस्थित हुए हैं।

अमृत महोत्सव के अवसर पर रविवार को एसएसबी 65वीं व 21वीं के माध्यम से मुख्यालय सहित अधीनस्थ समस्त बीओपी पर तिरंगा वितरण व लोगों को जागरूक किया गया। छात्रों के साथ रैली व सामूहिक बैठक के माध्यम से भी जनमानस को जागरूक किया गया। जिसका असर रहा कि रविवार को हर घर पर तिरंगा दिखाई दिया। जागरूकता कार्यक्रम का असर यह हुआ कि वितरण में तिरंगा पाने से वंचित लोगों ने तिरंगा खरीदकर भी अपने घरों पर तिरंगा लगाया।

चर्चा के अनुसार तीन दिनों में तीस लाख रुपये के तिरंगा की बिक्री होने का अनुमान है। बगहा एक निवासी मो. अकबर एक सप्ताह से हर व्यक्ति को नि:शुल्क तिरंगा देकर हर घर तिरंगा अभियान को सफल बनाने में जुटे हैं।

हर घर तिरंगा अभियान में आयोजित कार्यक्रम के मद्देनजर विभिन्न चौक चौराहों पर अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती रही।

हर घर तिरंगा फहराया जाना है। इसे लेकर लोगों में उत्साह है। विभिन्न चौक चौराहों पर ठेला व चौकी लगाए दर्जनों स्टॉल देखे गए जहां तिरंगा बिक रहा था। पंकज कुमार, छोटन प्रसाद, रंजन राज आदि ने बताया कि एक सप्ताह में यह अभियान गति पकड़ लिया है। इस दौरान प्रतिदिन तीन से पांच हजार रुपये का तिरंगा बिक रहा है। थोक विक्रेता चंदन कुमार ने बताया कि इस एक सप्ताह में बगहा सहित ग्रामीण क्षेत्रों में करीब 25 से 30 लाख का व्यापार हुआ है। बोले युवा:

आजादी के अमृत महोत्सव के आयोजन से हर व्यक्ति को एक बार पुन: गुलामी आजादी की परख हो गई है। सरकार का उद्देश्य बहुत हद तक सफल दिख रहा है। युवा छात्र संजय कौशिक, विनोद राज, चंदन कुमार आदि ने बताया कि स्वतंत्रता दिवस एक प्रकार से कहें तो किताबों में सिमट कर रह गया था। साल में एक बार 15 अगस्त व एक बार 26 जनवरी को इसकी कहानी अपने अग्रजों से सुनकर कुछ जानकारी हासिल कर लिए थे। मनीषा, छाया, वंदना, आरती आदि ने कहा कि हम प्रत्येक वर्ष अपना जन्मदिन, शादी का सालगिरह आदि तमाम कार्यक्रम मनाते हैं। सिल्वर जुबली, गोल्डेन जुबली, प्लैटिनम जुबली व शताब्दी समारोह का आयोजन करते रहते हैं। ऐसे में अगर आजादी आजादी का अमृत महोत्सव भी किसी पर्व या उत्सव से कम नहीं है।

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