यूपी के दबंगों से तटबंध बचाने के लिए होगी सरकारी पहल
बगहा । पिपरा-पिपरासी तटबंध पर एक तरफ जहां कटाव विरोधी कार्य किए जा रहे हैं, वहीं दूसरी ओर सीमावर्ती
बगहा । पिपरा-पिपरासी तटबंध पर एक तरफ जहां कटाव विरोधी कार्य किए जा रहे हैं, वहीं दूसरी ओर सीमावर्ती उत्तर प्रदेश के दबंग छवि के कुछ लोग तटबंध के निकट अवैध रूप से बालू खनन कर अपना कारोबार कर रहे हैं। इस बात की शिकायत मिलने पर बाढ़ एक्सपर्ट की टीम भी आश्चर्य में पड़ गई। मामले की गंभीरता देखते हुए सरकार स्तर पर पहल का भरोसा दिया गया है।
बाढ़ एक्सपर्ट और अभियंताओं की टीम ने पिपरा पिपरासी तटबंध पर एंटी रोजन कार्य का निरीक्षण गुरुवार को किया। निरीक्षण के दौरान प्रखंड प्रमुख यशवंत नारायण यादव ने बाढ़ एक्सपर्ट को अवगत कराया कि उत्तर प्रदेश के दबंगों द्वारा पीपी तटबंध के 200 मीटर पर बालू का खनन किया जा रहा है । जिससे भविष्य में तटबंध पर बाढ़ का खतरा रहेगा। यहां वर्ष1998 में बांध टूट चुका है । बाढ़ से उत्तर प्रदेश और बिहार के सीमावर्ती चार दर्जन से अधिक गांवों में तबाही मची थी। इसके बावजूद सिचाई विभाग के अधिकारियों की मौजूदगी में तटबंध के समीप से बालू की निकासी हो रही है। बाढ़ एक्सपर्ट अब्दुल हमीद ने इसे गंभीरता के साथ लिया। उन्होंने कहा, निश्चित रुप से तटबंध की सुरक्षा को खतरा है। उन्होंने अधीक्षण अभियंता अशोक कुमार केसरी से जानकारी ली तो अधीक्षण अभियंता ने बताया कि विभाग के द्वारा उत्तर प्रदेश के जिला पदाधिकारी तथा बेतिया जिला पदाधिकारी को खनन रोकने के लिए पत्र लिखा गया है। बावजूद अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है। बाढ़ एक्सपर्ट ने कहा कि अब तटबंध की सुरक्षा को लेकर सरकार स्तर पर बात करनी होगी।
बाढ़ एक्सपर्ट ने सहायक अभियंता प्रमोद पासवान को खड्डा एसडीएम से नजरी नक्शा के साथ मिलकर इस पर त्वरित कार्रवाई करने का निर्देश दिया । उन्होंने कहा कि तटबंध के 200 मीटर पर उत्तर प्रदेश के दबंगों द्वारा खनन किया जा रहा है । इससे बांध पर खतरा है ।
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15 मई तक निर्माण कार्य कराएं पूरा
पीपी तटबंध के 1.7 से 2.2 किमी पर पोस्ता निर्माण कार्य को जिओ बैग से कराने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि 20 मीटर पर नाले का निर्माण आवश्यक है। ताकि, बरसात का पानी उस नाली से बाहर चला जाए, अन्यथा मिट्टी बरसात में बह सकती है । भंडार गृह के निर्माण का निरीक्षण किया । कार्य में तेजी लाने का निर्देश संवेदक के प्रतिनिधि को दिया गया । तटबंध के 0 किमी से 35 किलोमीटर तक कटाव निरोधी कार्यों का निरीक्षण करने के बाद कार्य में तेजी लाने का निर्देश दिया । उन्होंने कहा कि 15 मई तक कार्य पूर्ण करा लें, अन्यथा विभाग द्वारा भुगतान पर रोक लगा दी जाएगी। निरीक्षण में सहायक अभियंता प्रमोद पासवान, कनीय अभियंता संतोष चक्रवर्ती, कार्यपालक अभियंता हरेंद्र प्रसाद सिंह, कार्यपालक अभियंता रमेंद्र कुमार सिंह ,जेई धर्मेद्र कुमार ,बृजेश कुमार, निखिल नंद पांडे आदि शामिल रहे।