अस्पताल में बवाल से 15 घंटे ठप रही इमरजेंसी

बेतिया। गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज सह अस्पताल में एक मरीज की मौत के बाद जमकर बवाल हुआ। आलम यह रहा कि करीब 15 घंटा आपात एवं 5 घंटा ओपीडी सेवा ठप रही।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 13 Sep 2019 11:35 PM (IST) Updated:Fri, 13 Sep 2019 11:35 PM (IST)
अस्पताल में बवाल से 15 घंटे ठप रही इमरजेंसी
अस्पताल में बवाल से 15 घंटे ठप रही इमरजेंसी

बेतिया। गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज सह अस्पताल में एक मरीज की मौत के बाद जमकर बवाल हुआ। आलम यह रहा कि करीब 15 घंटा आपात एवं 5 घंटा ओपीडी सेवा ठप रही। नाराज प्रशिक्षु चिकित्सक व मेडिकल छात्रों ने आपात कक्ष में ताला जड़ दिया। ओपीडी को बाधित कर प्रदर्शन किया। पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की। वे दोषी पुलिस कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे थे। नाराज चिकित्सक एवं मेडिकल छात्रों का आरोप था कि एक एएसआई द्वारा उनके साथ ड्यूटी के दौरान मारपीट की गई। हालांकि कॉलेज प्रशासन के हस्तक्षेप के बाद आपात सेवा बहाल हो गई। जानकारी के अनुसार नौतन थाना के शिवराजपुर निवासी राकेश सिंह को सर्प ने डंश लिया था। परिजनों ने इलाज के लिए शुक्रवार की शाम को मेडिकल कॉलेज सह अस्पताल में भर्ती कराया। यहां इलाज के दौरान करीब एक घंटे बाद उनकी मौत हो गई। परिजन इलाज में लापरवाही का आरोप लगा कर हंगामा करने लगे। स्वास्थ्य कर्मियों एवं चिकित्सकों ने इसकी सूचना पुलिस को दी। मौके पर पहुंची पुलिस के हस्तक्षेप के बाद मामला शांत हो गया। कुछ देर बार फिर परिजन बेहतर ढंग से इलाज नहीं करने का आरोप लगा कर हंगामा करने लगे। नतीजतन चिकित्सक व परिजनों के बीच बकझक होने लगी। चिकित्सकों ने आरोप लगाया कि मौके पर पहुंचे एएसआई पंकज कुमार व पुलिस कर्मियों ने उनके साथ मारपीट की। उसके बाद प्रशिक्षु चिकित्सक व मेडिकल छात्र आक्रोशित हो गए। आपात सेवा ठप कर दोषी एएसआई एवं पुलिस कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग करने लगे। इसकी सूचना पर पहुंचे सदर एसडीओ विद्यानंद पासवान, डीएसपी पंकज रावत, प्राचार्य डा. विनोद प्रसाद, अधीक्षक डा. डीके सिंह ने नाराज चिकित्सक एवं छात्रों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन उनकी एक नहीं चली। प्रशिक्षु चिकित्सक व छात्रों ने आपात सेवा को ठप कर हड़ताल पर चले गए। शुक्रवार की सुबह ओपीडी को भी बंद कर दिया और प्रदर्शन किया।

---------------------------------------------------------------------

हड़ताली चिकित्सकों को मिला आईएमए और जेडीए का साथ

गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज के हड़ताली प्रशिक्षु चिकित्सक एवं मेडिकल छात्रों को आईएमए और जुनियर डाक्टर एसोसिएशन का भी साथ मिला। इसके प्रतिनिधि उनके साथ खड़े रहे। जेडीएस के डा. गौरव सत्यार्थी ने कहा कि इस तरह की घटना हीं होनी चाहिए। चिकित्सकों के साथ दु‌र्व्यवहार ठीक नहीं है।

------------------------------------------------

इनसेट -----

कहां ले जाएं, किससे दिखाएं, बस थोडी देर और ..

हड़ताल के कारण गुरुवार की देर रात से शुक्रवार की सुबह तक मेडिकल कॉलेज सह अस्पताल में चित्कार मचा हुआ था। मरीज के साथ-साथ उनके परिजन काफी परेशान थे। मेल मेडिकल, फिमेल व सर्जिकल वार्ड हर जगह मरीज तड़प रहे थे। मेल मेडिकल वार्ड में भर्ती बैरिया थाना के शेख टोली पूजहां निवासी शेख 65 वर्षीय शेख अयुद्दीन विगत तीन दिनों से जिदगी और मौत से जूझ रहे है। वे सांस की बीमारी से पीड़ित है। हड़ताल की वजह से गुरुवार की रात्रि में उनका इलाज नहीं हो सका। सांस अटक जा रही थी। लोग चिकित्सकों को बुलाने की मांग कर हे थे, लेकिन लाचार परिजन यहीं कह कर संतावना दे रहे थे कि बस थोड़ी देर और ..। यह स्थिति केवल अयुद्दीन की ही नहीं रही बल्कि कमोवेश अस्पताल में भर्ती हरेक मरीजों के साथ थी। अधिकांश मरीज रात में ही अस्पताल छोड़ प्राइवेट अस्पताल में चले गए। बगहा बेलवा डुमरिया निवासी 70 वर्षीय गणेश यादव भी सांस की तकलीफ से परेशान थे। उन्हे बेहतर इलाज के लिए चिकित्सकों ने बगहा अस्पताल से बेतिया भेजा था। वे एंबुलेंस से गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज पहुंचे थे। लेकिन यहां हड़ताल की वजह से एंबुलेंस ने गेट पर ही छोड़ चला गया।

chat bot
आपका साथी