ईंट भट्ठे पर कथित रूप से बंधक 20 मजदूरों को कराया गया मुक्त

बगहा। कई दिनों से ईंट भट्ठे पर कथित रूप से बंधक बनाए गए मजदूरों को आखिरकार राष्ट्रीय अनुसूचित जाति जनजाति आयोग की पहल पर प्रशासनिक अधिकारियों ने छुड़वा कर उन्हें उनके घर भेज दिया।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 19 Jan 2022 12:41 AM (IST) Updated:Wed, 19 Jan 2022 12:41 AM (IST)
ईंट भट्ठे पर कथित रूप से बंधक 20 मजदूरों को कराया गया मुक्त
ईंट भट्ठे पर कथित रूप से बंधक 20 मजदूरों को कराया गया मुक्त

बगहा। कई दिनों से ईंट भट्ठे पर कथित रूप से बंधक बनाए गए मजदूरों को आखिरकार राष्ट्रीय अनुसूचित जाति जनजाति आयोग की पहल पर प्रशासनिक अधिकारियों ने छुड़वा कर उन्हें उनके घर भेज दिया। बताते हैं कि बगहा एक प्रखंड के भैरोगंज में संचालित मार्का आरजीएस के मालिक निरंजन सिंह पर मजदूरों ने आरोप लगाया कि उन्हें बंधक बनाकर जबरदस्ती काम लिया जा रहा है। इस संबंध में उत्तर प्रदेश के बरेली जिले के ग्राम पंचौली थाना फरीदपुर तहसील फरीदपुर निवासी रियासत मियां के पुत्र साजिद ने अनुसूचित जाति जनजाति आयोग को पत्र लिखकर आपबीती सुनाई। आवेदन के आलोक में आयोग ने जिला पदाधिकारी बेतिया कुंदन कुमार को सभी मजदूरों को मुक्त कराने का निर्देश दिया था। आदेश के आलोक में डीएम ने बगहा एक सीओ अभिषेक आनंद और भैरोगंज थानाध्यक्ष लालबाबू प्रसाद ने मंगलवार को ईंट भट्ठे पर छापेमारी की। इस दौरान नन्हे लाला, संगप्रिया, बब्लू, खुशहाली, पप्पू, महेश कुमार, लोकेश, गुड्डू, फूल सिंह, रेखा देवी, शारदा देवी, रजनी देवी, लक्ष्मी देवी, हर प्यारी देवी, मीना देवी, प्रियंका देवी, गायत्री देवी, शीला देवी, रीना देवी, चन्नो देवी आदि भट्ठे पर परिवार समेत मिले। सीओ और थानाध्यक्ष ने मजदूरों से बात की। पता चला कि आवेदक साजिद ही सभी को यहां लाया था और वह पैसा लेकर चला गया है। जिस कारण भट्ठा मालिक उनसे काम ले रहा है। दोनों अधिकारियों ने 27000 रुपये का भुगतान कराया और सभी मजदूरों को मुक्त कराकर उनके घर के लिए रवाना किया। सीओ ने बताया कि आवेदक ही सभी को लाया था। वह फरार है। सभी मजदूरों को मुक्त करा कर उनके घर भेज दिया गया है।

chat bot
आपका साथी