राइफल-गोली के साथ होमगार्ड करेंगे प्रदर्शन
बेतिया, संवाद सहयोगी : राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी द्वारा गृहरक्षकों की पांच सूत्री मां
बेतिया, संवाद सहयोगी : राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी द्वारा गृहरक्षकों की पांच सूत्री मांगों को पूरा करने की घोषणा व इसकी स्वीकृति के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा इसे रद करने के संकेत से गृहरक्षक आगबबूला हो गये हैं। गृहरक्षकों ने 'करो या मरो' के नारा के साथ मांग पूरा नहीं होने पर चरणबद्ध आंदोलन की घोषणा की है। इसके तहत राइफल व गोली के साथ अभूतपूर्व प्रदर्शन का भी निर्णय लिया गया है। सोमवार को होम गार्ड कार्यालय में बिहार गृह रक्षावाहिनी के बैनर तले संघ के जिलाध्यक्ष संजय कुमार राव की अध्यक्षता में एकत्रित हो मांगों को पूरा करने का शंखनाद किया। भारी बारिश के बाद भी सैकड़ों की संख्या में गृहरक्षकों की सभा को संबोधित करते हुए श्री राव ने कहा कि सरकार ने गृहरक्षकों को बंधुआ मजदूर बना दिया है। अब गृहरक्षक इसे बर्दाश्त नहीं करेंगे। हक की लड़ाई के लिए स्वत्र बलिदान करना होगा। लड़ाई आर-पार की होगी। उन्होंने कहा कि पहले के आंदोलन में गृहरक्षक हथियार व गोली जमा कर देते थे लेकिन अब हथियार नहीं डाला जाएगा। वरन हथियार व गोली के साथ प्रदर्शन होगा। बैठक में निर्णय लिया गया। आंदोलन के प्रथम चरण में डयूटी पर तैनात गृह रक्षक 2 से 6 अप्रैल तक काला बिल्ला लगा कर काम करेंगे। 8 अप्रैल को डीएम का घेराव होगा। इस पर भी बात नहीं बनी तो गृहरक्षक पटना के लिए कूच करेंगे और 13 अप्रैल को विधान सभा का घेराव किया जायेगा। बैठक में गृह रक्षकों को पटना चलने की भी अपील की गयी। 13 अप्रैल तक सरकार नहीं चेती तो गृहरक्षक डयूटी ठप कर राइफल व गोली के साथ चक्का जाम व प्रदर्शन होगा। वहीं सचिव सुबोध कुमार तिवारी ने कहा कि गृहरक्षकों को अपनी आजादी की लड़ाई खुद लड़नी होगी। सभा को मुश्ताक अंसारी, नगीना यादव, जियाउद्दीन, रामायण सिंह, विनय शंकर सिंह, मुन्ना कुमार श्रीवास्तव, फ्रांसिस अंथोनी, उमाकांत दुबे, चंदेश्वर सिंह, रमेश प्रसाद, चंदेश्वर कुमार सिंह, अशोक शुक्ला, सुख सागर तिवारी, अजय द्विवेदी, संपूर्णानंद तिवारी, संतोष पांडेय, बच्चा मिश्र आदि ने संबोधित किया।