लीड: पंपकर्मियों की हड़ताल, शहर के दो लाख की आबादी को नहीं मिला पानी
जागरण संवाददाता, हाजीपुर : पीएचईडी में कार्यरत दैनिक पंपकर्मियों के हड़ताल पर चले जाने
जागरण संवाददाता, हाजीपुर : पीएचईडी में कार्यरत दैनिक पंपकर्मियों के हड़ताल पर चले जाने की वजह से बुधवार को हाजीपुर शहर की लगभग दो लाख की आबादी दिन भर पानी के संकट से जूझता रहा। हड़ताल की वजह से शहरी इलाके के दस व ग्राण इलाके के 25 वाटर पंपों से पानी की सप्लाई पूरी तरह से बाधित रही। एक साथ 35 वाटर पंप पर दैनिक मजदूर के रूप में कार्यरत 45 पंपकर्मी बकाया राशि के भुगतान को लेकर हड़ताल पर चले जाने की वजह से जहां शहर के दो लाख की आबादी को पानी की किल्लत झेलनी पड़ी। वहीं ग्रामीण इलाके के 25 वाटर पंप से भी सप्लाई नहीं होने से लाखों लोगों को सप्लाई का पानी नहीं मिल सका।
बुधवार को हड़ताली पंपकर्मी शहर के हॉस्पिटल रोड में स्थित पीएचईडी कार्यालय कैंपस पहुंचे और अपनी मांगों के समर्थन में धरने पर बैठे गए। धरने पर बैठे पंपकर्मी शुभम कुमार, विकास कुमार, सर्वेश कुमार, मनीष कुमार शर्मा, रोहित कुमार, चंदन कुमार, अनिल कुमार, गौरीशंकर वर्मा, अमरेंद्र ¨सह, राम कुमार, विकास कुमार, विजेंद्र कुमार आदि बकाये राशि की मांग को लेकर नारेबाजी भी कर रहे थे। पंपकर्मियों ने आरोप लगाया कि एक ओर जहां सरकार युवाओं को रोजगार देने की बात कर रही है। वहीं पीएचईडी में अर्धकुशल मजदूर के रूप में पंपकर्मियों को बहाल करती है और पुन: छह महीने बाद उसे हटा दिया जाता है। कहा कि इन सबके बावजूद विभाग आवंटन का अभाव बता कर पिछले पंद्रह महीने उन लोगों की मजदूरी का भुगतान नहीं किया गया है। जब कभी वे सभी विभागीय अधिकारियों से बकाये मानदेय की मांग करते हैं तो उन्हें आवंटन उपलब्ध नहीं होने की बात कही जाती है। धरने पर बैठे अर्धकुशल मजदूर के रूप में कार्यरत हड़ताली पंपकर्मी विभाग से संविदा के आधार पर पंपकर्मी की नियुक्ति करने की भी मांग कर रहे थे।
सभी कर्मियों के मानदेय का भुगतान किया जा रहा है। हड़ताल व पानी की सप्लाई बाधित होनी जैसी कोई बात नहीं है।
- मनोज कुमार, पीएचईडी के एसडीओ