सार्वजनिक दुर्गा मंदिर सुखपुर में प्रतिभा सम्मान समारोह का आयोजन

आदि शक्ति माता दुर्गा का षष्ठम रूप श्री कात्यायिनी के नाम से जाना जाता है। महर्षि कात्यायन की तपस्या से प्रसन्न होकर आदि शक्ति उनके यहां पुत्री के रूप में जन्म ली थी। इसलिए वे कात्यायिनी कहलाती हैं। नवरात्र के छठे दिन इनकी पूजा-अर्चना की जाती है। इस बारे में आचार्य पंडित धर्मेंद्रनाथ मिश्र ने बताया कि भगवती कात्यायनी की भक्ति व उपासना से साधक को धर्म अर्थ काम और मोक्ष इन चारों फलों की प्राप्ति होती है।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 03 Oct 2019 06:26 PM (IST) Updated:Fri, 04 Oct 2019 06:28 AM (IST)
सार्वजनिक दुर्गा मंदिर सुखपुर में प्रतिभा सम्मान समारोह का आयोजन
सार्वजनिक दुर्गा मंदिर सुखपुर में प्रतिभा सम्मान समारोह का आयोजन

जागरण संवाददाता, सुपौल: सार्वजनिक दुर्गा पूजा समिति सुखपुर के द्वारा गुरुवार को प्रतिभा सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। जिसमें आसपास के कई स्कूलों के बच्चों ने भाग लिया। कक्षा 6 से 10 तक के लिए आयोजित प्रतिभा सम्मान परीक्षा में दर्जनों बच्चों ने भाग लिया। बच्चों से ली गई परीक्षा का परिणाम महा अष्टमी के दिन घोषित किया जाएगा तथा अव्वल आने वाले बच्चों को सम्मानित किया जाएगा। प्रतिभा सम्मान परीक्षा में उच्च विद्यालय सुखपुर, उच्च विद्यालय सीहे, उच्च विद्यालय मल्हनी, उच्च विद्यालय परसरमा, उच्च विद्यालय कर्णपुर, मध्य विद्यालय सीहे, अनुसूचित स्कूल सुखपुर के बच्चों ने भाग लिया। प्रतिभा सम्मान परीक्षा को सफल बनाने में पूजा समिति के अध्यक्ष अनिल झा, सचिव बुद्धि नाथ ठाकुर, कोषाध्यक्ष सुमन सिंह के अलावा भानु झा, अविनाश झा, केशव झा, सौरव झा, दीपक झा, सुभाष झा, कृष्णा, भोला आदि का सहयोग देखा गया। बताया कि यह सम्मान समारोह मेला समिति द्वारा विगत 2008 से आयोजित किया जा रहा है। जिसका मुख्य उद्देश्य बच्चों के बीच प्रतिस्पर्धा को बढ़ाना एवं प्रतिभाशाली बच्चों को प्रोत्साहित करना है।

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