सामाजिक कुरीति के विरुद्ध जनचेतना महोत्सव

सुपौल। जिला मुख्यालय स्थित बीबीसी कॉलेज के सभागार में बाबा बैद्यनाथ चौघारा ट्रस्ट द्वारा सामाजिक

By JagranEdited By: Publish:Thu, 08 Nov 2018 11:56 PM (IST) Updated:Thu, 08 Nov 2018 11:56 PM (IST)
सामाजिक कुरीति के विरुद्ध जनचेतना महोत्सव
सामाजिक कुरीति के विरुद्ध जनचेतना महोत्सव

सुपौल। जिला मुख्यालय स्थित बीबीसी कॉलेज के सभागार में बाबा बैद्यनाथ चौघारा ट्रस्ट द्वारा सामाजिक कुरीति मिटाओ-देश बचाओ मुहिम को अमलीजामा पहनाने के उद्देश्य से जनचेतना महोत्सव 2018 का आयोजन किया गया। जिसका विधिवत शुभारंभ राष्ट्रगाण के बाद लोहिया यूथ ब्रिगेड के प्रदेश संयोजक डॉ. अमन कुमार, सुधीर मिश्र आदि के द्वारा दीप प्रज्वलित कर किया गया। महोत्सव 06 नवंबर से 26 नवंबर तक कोशी प्रमंडल के विभिन्न जगहों पर आयोजित किया जाएगा। महोत्सव में विचार व्यक्त करते हुए डॉ. अमन कुमार ने कहा कि भारत दुनिया का सबसे प्राचीन देश है। यहां की सभ्यता और संस्कृति विश्व में सर्वश्रेष्ठ है। फिर भी सामाजिक कुरीति, रुढि़वादी परम्परा और अंधविश्वास के कारण इसकी छवि धूमिल हो रही है। कुरीति मिटाकर ही खुशहाल भारत का निर्माण किया जा सकता है। धर्म, धन, धरती बचाने के साथ-साथ संपन्नता और प्रसन्नता के लिए स्वच्छता आवश्यक है। स्वच्छता समाज का सबसे बड़ा जीवन दर्शन है। गंदगीयुक्त स्थान भू-लोक पर नर्क और स्वच्छ स्थान स्वर्ग है। हर भारतीय अपने आप को स्वच्छता रोल मॉडल के रूप में प्रदर्शित करे। सम्मान, स्वास्थ्य और सुविधा के लिए शौचालय आवश्यक है। कहा कि मृत्युभोज हिन्दू समाज के लिए घातक है। धार्मिक व भौतिक ²ष्टिकोण से मृत्युभोज अनावश्यक एवं निराधार है। अपने परिवार को खोने का दुख और ऊपर से मृत्यु भोज पर भारी-भरकम खर्च का कोई औचित्य नहीं है। मृत्युभोज का किसी भी धर्म में उल्लेख नहीं है। महोत्सव में गोपाल क्रांति, शम्भू यादव, नरेश कुमार राम, रामबिलाश यादव, आशीष कुमार, जीतेन्द्र कुमार झा, प्रीतम कुमार चौधरी, अमोल कुमार, दिलीप यादव, ओम प्रकाश कुमार, राणाविवेक रंजन, दुर्गानंद विश्वास, विश्वनाथ शर्मा, कुंदन कुमार भारत, रंजना कुमारी, मदन ठाकुर, प्रीति कुमारी, शिम्पी कुमारी आदि उपस्थित थे।

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