जल जीवन हरियाली अभियान के लिए तीन गुना अधिक पौधारोपण का लक्ष्य

जल जीवन हरियाली अभियान के लिए 2020-21 में तीन लाख 66 हजार का लक्ष्य रखा गया है।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 02 Jul 2020 01:09 AM (IST) Updated:Thu, 02 Jul 2020 06:08 AM (IST)
जल जीवन हरियाली अभियान के लिए तीन गुना अधिक पौधारोपण का लक्ष्य
जल जीवन हरियाली अभियान के लिए तीन गुना अधिक पौधारोपण का लक्ष्य

सीतामढ़ी। जल जीवन हरियाली अभियान के लिए 2020-21 में तीन लाख 66 हजार का लक्ष्य रखा गया है। जिले में 91 किलोमीटर क्षेत्र को इस बार पूरी तरह हरियाली से आच्छादित करना है। महोगनी, अर्जुन, जामुन, गम्हार, कदम, गुलमोहर, अमलतास, आम, चंपा, आंवला, पोपुलर इत्यादि पौधे लगाए जाने हैं। डीएफओ नरेश प्रसाद ने बताया कि मनरेगा के माध्यम से 10,14,880 पौधे लगाए गए। एनजीओ के माध्यम से 1660 पौधे लगाए गए हैं। विभागीय लोग से भी अनुरोध किया गया है वे अपने-अपने कार्य क्षेत्र में 2433 पौधे लगाएं। जीविका दीदियों को भी अपने-अपने आवास परिसरों में कम से कम दो-दो पौधे लगाने के लिए आग्रह किया गया है। एक पौधा लगाने से लेकर चार वर्ष तक उसकी देखरेख करने के लिए 361 रुपये प्रति पौधा खर्च होता है। इस बीच जिलाधिकारी अभिलाषा कुमारी शर्मा ने जल-जीवन-हरियाली की समीक्षा बैठक में पौधारोपण पर अधिक बल दिया। तीन पौधशाला नर्सरी का भी निर्माण किया गया है।

कोट पेड़-पौधे का मानव जीवन में अहम योगदान है। ये हमें ऑक्सीजन देते हैं, जो पर्यावरण को शुद्ध करता है। इसके साथ ही विभिन्न प्रकार की जड़ी-बुटी, फल एवं लकड़ियां प्रदान करते हैं। जो कि मानव जीवन के लिए अत्यंत आवश्यक हैं। पौधे प्राकृतिक तरीके से मनुष्य के जीवन में उत्पन्न तनाव, दर्द व गुस्सा आदि को भी कम करने में सहायक होते हैं। इस तरह से पौधे मानव जीवन में साकारात्मक प्रभाव डालते हैं और बदलाव लाते हैं। प्रो. अमृतलाल, विभागाध्यक्ष वनस्पति विज्ञान, एसआरके गोयनका कॉलेज।

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