दिल्ली से घर लौट रहे 37 प्रवासियों की स्क्रीनिग कराकर किया गया क्वारंटाइन

सूबे में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या में दिनोंदिन हो रही बढ़ोतरी ने शासन व प्रशासन की नींदें उड़ा दी है।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 09 Apr 2020 11:30 PM (IST) Updated:Fri, 10 Apr 2020 06:12 AM (IST)
दिल्ली से घर लौट रहे 37 प्रवासियों की स्क्रीनिग कराकर किया गया क्वारंटाइन
दिल्ली से घर लौट रहे 37 प्रवासियों की स्क्रीनिग कराकर किया गया क्वारंटाइन

सीतमाढ़ी। सूबे में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या में दिनोंदिन हो रही बढ़ोतरी ने शासन व प्रशासन की नींदें उड़ा दी है। एहतियातन और भी कड़े कदम उठाए जाने के संकेत मिले हैं। जिले के सीमा को सील करने के साथ साथ चौकसी भी बरती जा रही है। सीओ अश्विनी कुमार के अनुसार अब जिले में प्रवेश करने वाले प्रत्येक वाहनों की सघन चेकिग हो रही है। आवश्यक सेवा में लगे वाहनों के अलावा सड़कों पर बेवजह आवाजाही पर रोक लगेगी तथा लॉकडाउन का सख्ती से पालन कराया जा रहा है। बीडीओ धनंजय कुमार के अनुसार गुरुवार को दिल्ली से घर वापस लौट रहे कुल 37 प्रवासियों को गौसनगर कैम्प पर स्क्रीनिग कराकर उन्हें वहीं पर क्वारंटाइन किया गया है। आधिकारिक रिपोर्ट के अनुसार रुन्नीसैदपुर के विभिन्न गांवों में दूसरे प्रदेशों से आए चिह्नित प्रवासी कामगारों व मजदूरों की संख्या 593 है। प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. आर के झा के अनुसार यह संख्या जिले के सीमा पर अवस्थित गौसनगर कैंप पर कराए गए स्क्रीनिग रिपोर्ट पर आधारित है। इनके अलावा भी कुछ ऐसे लोग शेष हैं जो बगैर स्क्रीनिग के अपने घर पहुंच गए। प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. झा के अनुसार इन सभी प्रवासियों की एकबार फिर से उनके घर जाकर उनकी स्वास्थ्य जांच शुरू की गई है। फिर से हॉट स्क्रीनिग की जा रही है तथा संदिग्ध पाए जाने की स्थिति में क्वारंटाइन सेंटर में रखने की व्यवस्था सुनिश्चित की जाएगी। इसके लिए कुल आधे दर्जन चिकित्सकों की एक चलंत टीम बनाई गई है । इस टीम द्वारा यह भी रिपोर्ट किया जाना है कि वे कहां से तथा कब घर पहुंचे। उनकी स्क्रीनिग हुई कि नहीं? वर्तमान में उनके स्वास्थ्य की स्थिति क्या है? 9 से 30 अप्रैल के बीच सभी प्रक्रिया पूरी कर ली जाएगी। इस चलंत चिकित्सा टीम में डॉ. रवि रंजन, डॉ. अभय कुमार, डॉ. शंभूनाथ ठाकुर, डॉ. बबिता कुमारी, डॉ. सीपी शर्मा व डॉ. विकास कुमार समेत करीब दो दर्जन स्वास्थ्य कर्मियों को शामिल किया गया है ।

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