बकरी पालन कर आत्मनिर्भर बन सकेंगे प्रवासी कामगार

पुपरी में कृषि विज्ञान केंद्र बलहा में सोमवार से गरीब कल्याण रोजगार योजना के तहत बकरी पालन प्रशिक्षण की शुरुआत की गई। तीन दिवसीय प्रशिक्षण का उद्घाटन वरीय वैज्ञानिक डॉ. रामईश्वर प्रसाद ने दीप प्रज्वलित कर किया।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 11 Aug 2020 01:40 AM (IST) Updated:Tue, 11 Aug 2020 06:11 AM (IST)
बकरी पालन कर आत्मनिर्भर बन सकेंगे प्रवासी कामगार
बकरी पालन कर आत्मनिर्भर बन सकेंगे प्रवासी कामगार

सीतामढ़ी । पुपरी में कृषि विज्ञान केंद्र बलहा में सोमवार से गरीब कल्याण रोजगार योजना के तहत बकरी पालन प्रशिक्षण की शुरुआत की गई। तीन दिवसीय प्रशिक्षण का उद्घाटन वरीय वैज्ञानिक डॉ. रामईश्वर प्रसाद ने दीप प्रज्वलित कर किया। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने योजना की शुरुआत 20 जून को की थी। इस प्रशिक्षण का उद्देश्य कोरोना महामारी के दौरान अपने घरों को वापस हुए प्रवासियों को कृषि विज्ञान द्वारा विभिन्न विषयों पर प्रशिक्षण दिया जाना है, ताकि सरकार द्वारा उपलब्ध रोजगार से जोड़ कर उन्हें आत्मनिर्भर बनाया जा सके। पशु चिकित्सा वैज्ञानिक डॉ. किकर कुमार ने व्यवसायिक बकरी पालन की जानकारी दी। बेहतर नस्ल, चारा उत्पादन, पोषण निर्माण, रोग प्रबंधन, आवास निर्माण की विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि उपरोक्त विन्दुओं पर सही ढंग से प्रबंधन हो जाए तो बकरी पालन की एक इकाई से प्रति वर्ष 2 से 3 लाख रुपये की आमदनी प्राप्त की जा सकती है।उन्होंने बकरियों में होने वाले संभावित रोगों के संक्रमण से बचाने के लिए टीकाकरण की बात कही। नोडल पदधोकारी सच्चिदानंद प्रसाद, उद्यान वैज्ञानिक मनोहर पंजीकार ने बताया कि केन्द्र द्वारा कुल 16 प्रशिक्षण का आयोजन विभिन्न विषयों पर दिया जाना है, जिसमें 540 कामगार प्रवासियों को प्रशिक्षण देकर उन्हें रोजगार से जोड़ा जाना है। मत्स्य सहायक प्रकाश चंद्र ने योजना से मत्स्य पलकों को मिलने वाली लाभ की जानकारी दी। संचालन राकेश कुमार, बृजभूषण मिश्रा, राजू कुमार, सिकंदर राय, अभिराम कुमार ने किया।

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