सीतामढी जेल में छापेमारी के बाद बंदियों से मारपीट की शिकायत अदालत पहुंची

पीड़ित बंदियों ने अदालत से गुहार लगाई थी कि उन्हें सदेह न्यायालय में उपस्थापित कराकर जख्मों का अवलोकन कर लिया जाए। साथ ही दोषियों के विरुद्ध कानूनी कार्रवाई की जाए। आरोप है क‍ि जांच के बाद बंदी को बुरी तरह से पीटा गया है।

By Mukesh KumarEdited By: Publish:Thu, 15 Sep 2022 12:09 AM (IST) Updated:Thu, 15 Sep 2022 12:11 AM (IST)
सीतामढी जेल में छापेमारी के बाद बंदियों से मारपीट की शिकायत अदालत पहुंची
जेल में बंद सर्वेश की पिटाई के बाद उसके सिर में बंधी पट्टी। सौ. पुलिस सूत्र

सीतामढ़ी। अपर सत्र न्यायाधीश सप्तम सीतामढ़ी की अदालत में बंदी मोनू सिंह की ओर से परिवाद दायर किया गया था। परिवाद में कहा गया था कि 12 सितंबर को समय करीब पांच बजे सुबह डीएम व एसपी द्वारा कारा में मुआयना किया गया। इस क्रम में माेनू सिंह एवं अन्य बंदियों द्वारा डीएम-एसपी से कारा में भोजन से संबंधित अनियमितता की शिकायत की गई। अधिकारी द्वय के जेल से चले जाने के पश्चात रत्नेश्वर राय, सुबोध भारती, मुनींद्र, विनय यादव जेल सुरक्षाकर्मी एवं अन्य द्वारा बुरी तरह से मारपीट कर जख्मी कर दिया गया। इलाज भी नहीं कराया गया।

पीड़ित बंदियों ने अदालत से गुहार लगाई थी कि उन्हें सदेह न्यायालय में उपस्थापित कराकर जख्मों का अवलोकन कर लिया जाए। साथ ही दोषियों के विरुद्ध कानूनी कार्रवाई की जाए। सूत्रों का कहना है कि बंदी सर्वेश व अन्य बंदियों के अधिवक्ता ने अदालत से न्याय की गुहार लगाई तो अदालत की ओर से डीएम, एसपी और कारा अधीक्षक को नोटिस कर जवाब मांगा गया है।

2019 में पकड़ा गया था रुन्नीसैदपुर का सर्वेश

2019 के जुलाई माह में एक कुरियर कंपनी के कार्यालय में दिनदहाड़े लूट के मामले में सर्वेश अपने दो साथियों के साथ बेनीपट्टी पथ पर हरदिया कैंप से गिरफ्तार हुआ था। सर्वेश रुन्नीसैदपुर थाने के माधोपुर सुल्तानपुर का रहने वाला है। उसके साथ चोरौत वार्ड 2 निवासी अभिषेक कुमार उर्फ राजा पासवान व नानपुर थाने के जानीपुर निवासी सुधांशु कुमार उर्फ सत्यम कुमार मिश्र भी पकड़ा गया था। उसके पास से एक कट्टा, एक खोखा समेत पांच कारतूस, विभिन्न कंपनियों के नौ मोबाइल और एक लोहा निर्मित फाइटर मिला था। इसके अलावा लूटे गए रुपये का बैग भी मिला था।

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