ओबामा को देखने की दीवानगी

बथनाहा (सीतामढ़ी), संस : 26 जनवरी को टीवी पर अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा को देखने की दीवानगी मे

By Edited By: Publish:Thu, 29 Jan 2015 01:00 AM (IST) Updated:Thu, 29 Jan 2015 04:20 AM (IST)
ओबामा को देखने की दीवानगी

बथनाहा (सीतामढ़ी), संस : 26 जनवरी को टीवी पर अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा को देखने की दीवानगी में खैरवी जवाहर नवोदय विद्यालय के सीनियर व जूनियर छात्र भिड़ गए। इस दौरान सीनियर छात्रों ने तीन जूनियर छात्रों की पिटाई कर दी। इसको लेकर जूनियर छात्रों ने छात्रावास को भीतर से बंद कर मंगलवार की शाम से अनशन पर बैठ गए। थाली पीट - पीटकर कर आक्रोश प्रदर्शन किया। साथ ही जूनियर छात्रों ने बुधवार को जमकर हंगामा किया। स्कूल में हल्की तोड़फोड़ भी की। स्कूल प्रशासन के लाख प्रयास के बावजूद बच्चे नहीं माने तब प्राचार्य अशोक कुमार ने एसपी समेत वरीय अधिकारियों को सूचना दी। एसपी हरि प्रसाथ एस के निर्देश पर थानाध्यक्ष विशाल आनंद, अवर निरीक्षक फुलदेव चौधरी, लालबाबू प्रसाद व बीईओ रामायण हाजरा पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे और छात्रों को समझाया। कार्रवाई का आश्वासन देकर छात्रावास खुलवाया। बताते चलें कि 26 जनवरी की रात जवाहर नवोदय विद्यालय खैरवी के छात्रावास में टीवी पर अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा के कार्यक्रम को देखने के लिए छात्र के दो गुटों में बवाल हुआ। सीनियर छात्रों ने जूनियर छात्रों को जमकर पीटा। इसमें जूनियर वर्ग के तीन बच्चे जख्मी हो गए। जख्मी बच्चों में वर्ग आठ के प्रतीक राज, वर्ग 7 के शिवम कुमार व वर्ग 6 के सुमीत कुमार शामिल हैं। यही नहीं सीनियर बच्चों ने जख्मी बच्चों को ऑटो से इलाज के लिए ले जा रहे उसके साथियों को रोककर ऑटो की चाभी ले ली। स्थिति की गंभीरता को देखते प्राचार्य अशोक कुमार प्रतिहस्त ने अभिभावकों को बुलाकर जख्मी बच्चों को उनके घर भेज दिया। इधर, जूनियर बच्चों ने न्याय की मांग को लेकर मंगलवार की रात से खाना बंद कर अनशन शुरू कर दिया। बावजूद विद्यालय प्रबंधन द्वारा दोषी सीनियर छात्रों पर कार्रवाई नहीं की गई। इससे आक्रोशित जूनियर छात्र बुधवार की सुबह एकजुट हो गए और छात्रावास को अंदर से बंदकर थाली पीट-पीटकर प्रदर्शन किया। प्राचार्य ने बच्चों की उग्रता को देखते हुए एसपी व जिला प्रशासन को सूचना दी। मौके पर पहुंचे अधिकारियों ने कार्रवाई का आश्वासन देकर मामला शांत कराया। जूनियर बच्चों ने आरोप लगाया कि छात्रावास में मैन्यू के अनुसार भोजन नहीं मिलता है। वर्ग 7 के छात्रों के लिए लैब नहीं चलाया जाता है। तीन माह से हिन्दी के शिक्षक नहीं हैं। प्राचार्य ने आरोप को निराधार बताते हुए कहा कि स्कूल में अनुशासन का माहौल है। अधिक उम्र के बच्चे किसी तरह से दाखिला ले लेते हैं। जूनियर बच्चों को विवाद के लिए प्रोत्साहित करते हैं।

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