बारिश से बेरौनक हुआ बाजार
पता नहीं ये बारिश क्या कहर बरपाएगी? बहुत हुआ अब तो बारिश बंद हो जानी चाहिए।
शिवहर। पता नहीं ये बारिश क्या कहर बरपाएगी? बहुत हुआ अब तो बारिश बंद हो जानी चाहिए। आखिर कब रुकेगी ये बारिश ? जल जमाव और कीचड़ से नरक सा बन गया है गांव। इन दिनों हर तरफ बस यही बोल सुनाई दे रहे हैं। लगातार बारिश से जनजीवन पूरी तरह अस्त व्यस्त है। गांव की गलियों से लेकर शहर की सड़कें जल जमाव एवं कीचड़ की समस्या आम है। सभी परेशान हाल हैं। विडंबना देखिए कि जहां खेतों में सूखती फसलों की सिचाई के लिए किसान आकाश निहार रहे थे वहीं किसान अब कह रहे हैं बहुत हुआ अब नहीं चाहिए पानी। लेकिन प्रकृति किसी की मनमर्जी से नहीं चलती उसका अपना विधान है जिसके आगे सब फेल है। तभी तो सरकार रेड अलर्ट जारी कर रही है। नदियों के तटबंधों की सुरक्षा बढ़ाई जा रही है। लगातार बारिश का दूसरा प्रभाव दुर्गापूजा के आयोजन पर स्पष्ट दिख रहा है। पूजा पंडालों का निर्माण अधर में लटक गया है। अभी जैसी भविष्यवाणी की जा रही है उससे लगता है कि इस साल आयोजन समिति की सारी तैयारियां धरी की धरी रह जाएंगी। विशाल और आकर्षक पंडालों का निर्माण इतने अल्प समय में संभव प्रतीत नहीं हो रहा। हालांकि प्रतिमाओं का निर्माण तीव्र गति से जारी है कितु उसमें भी समस्याएं आ रहीं हैं मिट्टी निर्मित प्रतिमाओं के सुखाने की। इसके लिए मूर्तिकार वैकल्पिक यंत्रों की सहायता ले रहे हैं।