शिक्षकों ने सीखा कॉपी जांचने का तरीका

बिहार बोर्ड के मैट्रिक व इंटर के परीक्षार्थियों को भी अब सीबीएसई की तर्ज पर बेहतर अंक मिल सकेगा। इस दिशा में बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने तैयारी प्रारंभ की है। इसको लेकर सोमवार को राजेंद्र कॉलेजिएट एवं ग‌र्ल्स हाई स्कूल में शिक्षकों को उत्तर पुस्तिका मूल्यांकन का गुर सिखाने के लिए कार्यशाला का आयोजन किया गया।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 07 Jan 2019 07:00 PM (IST) Updated:Mon, 07 Jan 2019 07:00 PM (IST)
शिक्षकों ने सीखा कॉपी जांचने का तरीका
शिक्षकों ने सीखा कॉपी जांचने का तरीका

जागरण संवाददाता, छपरा: बिहार बोर्ड के मैट्रिक व इंटर के परीक्षार्थियों को भी अब सीबीएसई की तर्ज पर बेहतर अंक मिल सकेगा। इस दिशा में बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने तैयारी प्रारंभ की है। इसको लेकर सोमवार को राजेंद्र कॉलेजिएट एवं ग‌र्ल्स हाई स्कूल में शिक्षकों को उत्तर पुस्तिका मूल्यांकन का गुर सिखाने के लिए कार्यशाला का आयोजन किया गया।

कार्यशाला में ट्रेनरों ने बताया कि इस बार मूल्यांकन स्टेप वाइज करना है। इसमें परीक्षार्थियों के उत्तर के थीम को देखना है। मूल्यांकन में अंक काटने की बजाय अगर विद्यार्थी ने सही तरह से लिखा है तो पांच अंक में चार के बजाय पांच अंक देना है। यह ध्यान देखना है कि विद्यार्थी को पुनर्मूल्यांकन के लिए आवेदन न देना पड़े। ताकि सूबे के मैट्रिक और इंटर का रिजल्ट का स्तर सुधर सके। पहले बीएसईबी ने जांच में पाया था कि मूल्यांकन के दौरान कम अंक दिए जाने से रिजल्ट बहुत खराब हो जाता है। सीबीएसई बोर्ड में मुकाबले में कम प्रतिशत होने के कारण मेधावी छात्रों का नामांकन भी दूसरे प्रदेशों में नहीं हो पाता है। कई परीक्षा देने से वे वंचित रह जाते हैं।

कार्यशाला में शिक्षकों को ओएमआर सीट भरने का तरीका भी बताया गया। बताया गया कि ओएमआर शीट में सही तरीके से गोला नहीं करने के कारण रिजल्ट प्रभावित हो रहा है। राजेंद्र कॉलेजिएट में मास्टर ट्रेनर बलदेव उच्च विद्यालय त्रिलोक चौक के शिक्षक अर्धेदु भूषण सिन्हा, राजपूत उच्च विद्यालय के शिक्षक अरुण कुमार पांडेय एवं विशेश्वर सेमिनरी योगेंद्र यादव एवं ग‌र्ल्स हाई स्कूल में गौतम ऋषि उच्च विद्यालय रिविलगंज की शिक्षिका संगीता ¨सह एवं महंत राम ने ट्रेनिंग दी।

उसके पूर्व जिला शिक्षा पदाधिकारी ने मूल्यांकन कार्यशाला का उद्घाटन किया। उन्होंने कहा कि इस बार उत्तर पुस्तिका के मूल्यांकन में यह ध्यान देना है कि परीक्षार्थी के उत्तर का थीम सही है तो उसमें नंबर देना है। इतना नहीं इस बार जिन परीक्षकों की जांच के बाद री चेकिंग का आवेदन नहीं आएगा उन्हें पुरस्कृत भी किया जाएगा। मौके पर शिक्षा विभाग के कर्मी राजीव रंजन, साकेत कुमार, अरूण कुमार, मो. नईम, सबीर अली, अमित कुमार आदि मौजूद थे।

इनसेट :

राजेंद्र कॉलेजिएट में हुआ हंगामा

छपरा : राजेंद्र कॉलेजिएट मूल्यांकन कार्यशाला के दौरान कुछ शिक्षकों ने पूर्व में किए गए मूल्यांकन कार्य का पारिश्रमिक नहीं मिलने की बात कह हंगामा किया। इस कारण कुछ देर के लिए अफरातफरी मच गई। प्राचार्य व शिक्षा विभाग के कर्मियों ने उन्हें शांत कराया। उन्हें बताया कि बिहार विद्यालय परीक्षा समिति से ही उतर पुस्तिका मूल्यांकन कार्य में लगे शिक्षकों के पारिश्रमिक का पैसा नहीं आया है।

chat bot
आपका साथी