एकजुटता से होता है समाज का विकास : राजनीति प्रसाद

छपरा। संगठन से ही समाज का विकास होता है और एकजुट रहने पर ही उत्थान संभव है।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 16 Sep 2018 11:39 PM (IST) Updated:Sun, 16 Sep 2018 11:39 PM (IST)
एकजुटता से होता है समाज का विकास : राजनीति प्रसाद
एकजुटता से होता है समाज का विकास : राजनीति प्रसाद

छपरा। संगठन से ही समाज का विकास होता है और एकजुट रहने पर ही उत्थान संभव है। एक जुट नहीं रहने पर राजनीतिक अधिकार पाना संभव नहीं है। उपरोक्त बातें दिघवारा में अखिल भारतीय शौंडिक संघ के सारण इकाई द्वारा आयोजित प्रमंडलीय सम्मलेन को संबोधित करते हुए पूर्व सांसद व राजद नेता राजनीति प्रसाद ने कही। श्री प्रसाद ने कहा कि शौंडिक समाज को अतिपिछड़ा वर्ग का दर्जा देना ही समय की मांग है और इसकी प्राप्ति के लिए समाज को एकजुट होना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि खुद को मजबूत बनाने के लिए योग्य बनना होगा। तभी राजनीतिक, शैक्षणिक व अन्य अधिकारों की प्राप्ति संभव है।मधुबनी के राजद विधायक समीर महासेठ ने कहा कि संगठन से ही समाज का विकास होता है और जो समाज संगठित नहीं होता है वैसे समाज का राजनीतिक दल फायदा उठाते हैं। उन्होंने कहा कि अब समय आ गया है कि शौंडिक समाज के लोगों को अपनी शक्ति पहचाननी होगी। तभी उनलोगों को राजनीतिक हिस्सेदारी मिल सकती है। श्री महासेठ ने कहा कि राज्य सरकार ने फूट डालते हुए वैश्य वर्ग की कुछ उपजातियों को अतिपिछड़ा वर्ग का दर्जा दे दिया । मगर शौंडिक वर्ग को इससे वंचित रखा गया। पूर्व विधान पार्षद वैद्यनाथ प्रसाद ने कहा कि आज समाज के लोग एकजुट नहीं हैं । जिस कारण उन लोगों के राजनीतिक अधिकारों की हकमारी हो रही है। उन्होंने कहा कि शौंडिक लोगों का राजनीतिक उपयोग राजनीतिक दल करते हैं। मगर जब अधिकार दिलाने की बात होती है तो राजनीतिक दल सहयोग देने से मुकर जाते हैं। श्री प्रसाद ने कहा कि सांगठनिक कौशल से ही अधिकार की प्राप्ति संभव है। अध्यक्ष अनिल कुमार ने कहा कि नवंबर में पटना में आयोजित होने वाले राज्यस्तरीय महासम्मेलन में चलकर अपनी शक्ति का अहसास कराना होगा। पूर्व जिला पार्षद धनवंती देवी ने कहा कि शौंडिक समाज में अधिक से अधिक युवाओं को जोड़ा जाय ताकि समाज मजबूती से अपनी बात रख सके। मोहन शंकर प्रसाद ने कहा कि राजनीतिक व शैक्षणिक पहचान के लिए समाज का संगठित होना जरुरी है। डॉ अरविन्द कुमार ने कहा कि शौंडिक वर्ग के संख्या बल में होने के बावजूद भी राजनीतिक हिस्सेदारी नहीं मिलना उपेक्षा का उदाहरण है। कार्यक्रम को शिव गाई, महाराज शरण, पीयूष कुमार,अनिल कुमार,ओमप्रकाश प्रसाद, अरुण कुमार, आलोक कुमार, विनोद प्रसाद, गणेश महता, रत्नेश्वर प्रसाद, प्रो.शशिभूषण प्रसाद समेत प्रदेश के कई जिलों से पहुंचे दर्जनों वक्ताओं ने संबोधित किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता सुरेंद्र प्रसाद,संचालन सीताराम प्रसाद व धन्यवाद ज्ञापन राधेश्याम प्रसाद ने किया।

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