सरकारी रिकार्ड में मृत लाभुकों ने डीएम के समक्ष किया प्रदर्शन

सरकारी रिकार्ड में जिन्हें मृत घोषित कर सामाजिक सुरक्षा पेंशन से वंचित कर दिया गया वे लाभुक शुक्रवार को जिलाधिकारी के समक्ष पहुंच गए। समाहरणालय पहुंचे लाभुकों ने इस दौरान जमकर प्रदर्शन किया। व्यवस्था पर भी सवाल खड़े किए।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 16 Nov 2018 11:00 PM (IST) Updated:Fri, 16 Nov 2018 11:00 PM (IST)
सरकारी रिकार्ड में मृत लाभुकों ने डीएम के समक्ष किया प्रदर्शन
सरकारी रिकार्ड में मृत लाभुकों ने डीएम के समक्ष किया प्रदर्शन

जागरण संवाददाता, छपरा : सरकारी रिकार्ड में जिन्हें मृत घोषित कर सामाजिक सुरक्षा पेंशन से वंचित कर दिया गया वे लाभुक शुक्रवार को जिलाधिकारी के समक्ष पहुंच गए। समाहरणालय पहुंचे लाभुकों ने इस दौरान जमकर प्रदर्शन किया। व्यवस्था पर भी सवाल खड़े किए।

ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि गड़खा प्रखंड के ग्राम पंचायत राज फेरुसा की विकास मित्र पूनम कुमारी एवं उनके पति राजेश कुमार राम ने समाजिक सुरक्षा पेंशन के लाभुकों से बैंक खाता का नंबर, आधार कार्ड एवं पेंशन स्वीकृति पत्र के साथ-साथ पेंशन अपडेट करने के लिए प्रति लाभुक पांच सौ से एक हजार रुपये मांगे। लाभुकों ने पैसे देने से इंकार कर दिया। इस वजह से सभी लाभुकों को मृत घोषित कर इस पेंशन की राशि से वंचित कर दिया गया। लाभुकों ने आरोप लगाया कि विकास मित्र और इनके पति पंचायत में पेंशन, आवास के साथ-साथ आवासीय, जाति, आय प्रमाण पत्र बनवाने के नाम पर भी वसूली करते हैं। जब इसका विरोध किया जाता है तो वे धमकी भी देते हैं। इसके बारे में दैनिक जागरण में दो दिन पूर्व 'पेंशनर से कहा-आप मर गए' शीर्षक से खबर प्रकाशित हुई तो सभी लाभुक अपना-अपना नाम दिखवाने लगे। पता चला कि लाभुकों को मृत दिखाकर पेंशन से वंचित कर दिया गया है। इनमें कामेश्वर ¨सह, मनिका मांझी, मंदीप साह, किशुन देव राय, सुगी देवी, फलपति कुंवर, गंगा दास, देवपातो देवी, सकलदीप साह, सुकदेव साह, दुर्गा साह आदि शामिल हैं।

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