खाट पर लाद रोगियों को अस्पताल ले जाते ग्रामीण

सारण। गड़खा के रामपुर पंचायत के अढुपुर गांव में एक ऐसी महादलित एवं अतिपिछड़ा पिछड़

By JagranEdited By: Publish:Sat, 22 Jul 2017 03:11 AM (IST) Updated:Sat, 22 Jul 2017 03:11 AM (IST)
खाट पर लाद रोगियों को अस्पताल ले जाते ग्रामीण
खाट पर लाद रोगियों को अस्पताल ले जाते ग्रामीण

सारण। गड़खा के रामपुर पंचायत के अढुपुर गांव में एक ऐसी महादलित एवं अतिपिछड़ा पिछड़ा वर्ग के लोगों का बस्ती है, जहां पर आजादी के बाद से अभी तक इस बस्ती में जाने के लिए सड़क नहीं है। सड़क के अभाव में यहां रोगियों को खाट पर लाद कर अस्पताल पहुंचाया जाता है। लगभग चार सौ आबादी वाले इस महादलित अतिपिछड़ा पिछड़ा वर्ग के लोगों के बस्ती में सड़क ही नहीं अन्य कई बुनियादी सुविधाएं भी नदारद हैं। सड़क के अभाव में इस बस्ती के लोगों का जीवन बरसात शुरू होते ही नारकीय बन जाता है। शुद्ध पेयजल के लिए वर्षो से यहां के लोग तरस रहे हैं और शौचालय की तो इनके लिए कल्पना भी बेमानी है। शुद्ध पेयजल शौचालय एवं सड़क के लिए अरसे से यहां के लोग स्थानीय मंत्री विधायक एवं जनप्रतिनिधियों से गुहार लगाते आते हैं। हद तो तब होती है जब बारिश के समय में इस बस्ती के किसी परिवार के घर में शादी होती है। तब पैदल ही लड़का या लड़की को लोक लाज छोड़ पगडंडी रास्ते के सहारे कीचड़ में पैदल चल कर सड़क पर पहुंचना पड़ता है। वहीं स्थानीय ग्रामीणों मुंशी राय उम्र 65 वर्ष चन्देश्वर राय उम्र 60 वर्ष, भुनेशवर ¨सह 60 वर्ष, रामकृत शर्मा 65 वर्ष, रामपृत शर्मा 65 वर्ष, परमेश्वर शाह 42 वर्ष के लोगों से बात करने पता चला कि स्थानीय नेता सिर्फ वोट लेने के समय यहां आते हैं एवं झूठे आश्वासन देकर चले जाते हैं। आजादी के बाद दर्जनों राज नेता यहां पर चुनाव के समय आए, सभी से गांव के लोगों ने सड़क बनवाने की गुजारिश की लेकिन आश्वासन के सिवा कुछ नहीं हुआ। सड़क नहीं रहने से यहां के बच्चे बच्चियों की पढ़ाई एवं शादी करने में काफी दिक्कत होती है। दूसरे गांव में रिलेशन का कोई भी व्यक्ति इस गांव में सड़क नहीं होने के कारण अपने बच्चे बच्चियों का शादी ब्याह नहीं करना चाहता। अगर करने के लाए आ भी गया तो गांव में सड़क नहीं होने के कारण लौट जाता है। इतना कहने के बाद गांव के लोगों पर मायूसी छा जाती है। आखिर कब तक इस गांव में सड़क बनेगी।

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