जेपीयू में लगेगा रेन वाटर हॉर्वेस्टिग सिस्टम
छपरा। वर्षा के जल को संचय करने की कवायद को तेज कर दी गई है। जयप्रकाश विश्वविद्यालय व उसके अंगीभूत एवं संबद्ध कॉलेजों में रेन वाटर हॉर्वेस्टिग सिस्टम लगाया जाएगा। इस संबंध में विश्वविद्यालय अनुदान आयोग ने विश्वविद्यालय प्रशासन को इस मानसून में कैच द रेन अभियान के तहत रेन वाटर हॉर्वेस्टिग सिस्टम लगाने को कहा है।
छपरा। वर्षा के जल को संचय करने की कवायद को तेज कर दी गई है। जयप्रकाश विश्वविद्यालय व उसके अंगीभूत एवं संबद्ध कॉलेजों में रेन वाटर हॉर्वेस्टिग सिस्टम लगाया जाएगा। इस संबंध में विश्वविद्यालय अनुदान आयोग ने विश्वविद्यालय प्रशासन को इस मानसून में कैच द रेन अभियान के तहत रेन वाटर हॉर्वेस्टिग सिस्टम लगाने को कहा है। कॉलेजों को रेन वाटर हॉर्वेस्टिग सिस्टम लगाने से नैक मूल्यांकन में भी फायदा होगा। जेपीयू के छपरा, सिवान एवं गोपालगंज के 21 अंगीभूत एवं 10 संबद्ध कॉलेजों में वर्षा जल के संचय के लिए रेन वाटर हॉर्वेस्टिग सिस्टम लगाने की तैयारी विश्वविद्यालय प्रशासन ने शुरू कर दिया है, ताकि पर्यावरण संरक्षण एवं भूमिगत जलस्तर को ठीक किया जा सके। इनसेट :
विवि- कॉलेज के तालाब की होगी उड़ाही
छपरा : उसके साथ ही यूजीसी ने यह स्पष्ट निर्देश दिया है कि विश्वविद्यालय एवं कॉलेजों में पहले से तालाब एवं पोखर है तो उसकी सफाई एवं उड़ाही कराई जाए। तालाब के सफाई में छात्र-छात्राओं का भी सहयोग लिया जाए। ताकि वे उसे स्वच्छ रखने में सहभागी बन सके। उल्लेखनीय हो कि जेपी विश्वविद्यालय एवं उसके अंतर्गत आने वाले राजेंद्र कॉलेज, जगदम कॉलेज में तालाब है। लेकिन उसकी देखभाल सही तरीके से नहीं हो रही हैं। जिससे तालाब एवं पोखर का अस्तित्व मिट रहा है। विश्वविद्यालय के तालाब का कुछ साल पहले तक मछली पालन के लिए डाक होता था। लेकिन अब वह नहीं हो रहा है। इनसेट :
नगर निगम व आश्रय स्थल में लगा वर्षाजल संरक्षण प्रणाली
छपरा : पर्यावरण संरक्षण एवं बरसात के पानी संचय करने के लिए सरकारी भवन एवं कार्यालय में वर्षाजल संरक्षण प्रणाली लगाने का निर्देश सरकार ने दिया था। नगर निगम के नगर आयुक्त संजय कुमार उपाध्याय ने बताया कि नगर निगम के प्रशासनिक भवन में दो एवं सदर अस्पताल के आश्रय स्थल में दो रेन वाटर हॉर्वेस्टिग सिस्टम लगा दिया गया है। इनसेट
सारण जिले के 124 स्कूलों में लगा रेन वाटर हॉर्वेस्टिग सिस्टम
छपरा : सारण जिले के 124 सरकारी स्कूलों में रेन वाटर हॉर्वेस्टिग सिस्टम लगाया गया है। ताकि बरसात के पानी से भूमिगत जलस्तर को बढ़ाया जा सके। जिला कार्यक्रम पदाधिकारी (समग्र शिक्षा अभियान) अमरेंद्र कुमार गौड़ ने बताया कि वर्षाजल संरक्षण की प्रणाली लगाने के लिए 53 स्कूलों में 34 हजार 750 रूपया दियागया है। वहीं 72 स्कूलों में भवन निर्माण की राशि भेजी गई है। उसी में रेन वाटर हॉर्वेस्टिग सिस्टम लगाने का निर्देश है। जिसमें जिन स्कूल में एक कक्ष बनाना है वहां करीब 15 लाख 14 हजार एवं जहां दो कक्ष बनाना है वहां 22 लाख 82 हजार रुपया भेजा गया है। इनसेट :
कितने स्कूलों में भेजी गई है रेन वाटर हॉर्वेस्टिग सिस्टम को ले राशि
प्रखंड - स्कूल की संख्या
बनियापुर - 05
छपरा सदर - 05
दरियापुर -03
दिघवरा - 02
एकमा - 06
गड़खा- 02
इसुआपुर - 01
जलालपुर -03
लहलादपुर -02
मकेर -01
मांझी - 03
मढ़ौरा - 02
मशरक - 03
नगरा -01
पानापुर - 02
परसा - 04
रिविलगंज -03
सोनपुर - 02
तरैया -03 राशि :
इनसेट
कितने स्कूल में भवन निर्माण के साथ भेजी गई है रेन वाटर हॉर्वेस्टिग सिस्टम की राशि
प्रखंड - स्कूल की संख्या
अमनौर -07
बनियापुर - 01
छपरा सदर - 04
दरियापुर -08
दिघवरा - 02
गड़खा- 10
इसुआपुर - 03
लहलादपुर -01
मकेर -01
मढ़ौरा - 07
मशरक - 04
नगरा -04
पानापुर - 05
परसा - 03
रिविलगंज -01
सोनपुर - 06
तरैया -04